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Panchayat Season 4 Review: पंचायत का सबसे कमजोर सीजन, देखने वाले फिर भी खुश हुए बिना नहीं रह पाएंगे

Panchayat Season 4

पंचायत सीजन 4

Panchayat Season 4 Review: पंचायत को लेकर कई लोग ये सवाल पूछ रहे हैं कि क्या ये सीजन देखना चाहिए. मेरे हिसाब से तो ये सवाल ही गलत है क्योंकि पंचायत भारत के सबसे सक्सेसफुल वेब सीरीज में से एक है और इसकी कल्ट क्लासिक फैन फॉलोइंग है. जो लोग ये पूछना चाह रहे हैं कि पंचायत सीजन 4 कैसा है तो उनसे हम यही कहेंगे कि एक अच्छी खबर है और इसी से जुड़ी एक बुरी खबर है. बुरी खबर ये है कि ये अब तक का सबसे कमजोर सीजन है, यानी सबसे हल्का सीजन है. लेकिन अच्छी बात यह है कि इसके बावजूद आप डिसपॉइंट बिल्कुल नहीं होंगे. हल्का है तो क्या हुआ, मजा आएगा जरूर. पंचायत वैसे भी ये एक ऐसी वेब सीरीज है जो यह साबित कर देती है कि बिना गालियों के, ग्लैमर के या बड़े-बड़े ट्विस्ट के भी एक कहानी कैसे लाखों दिलों को जीत सकती है और सीजन 4 भी इससे कुछ अलग नहीं है.

कहानी

पंचायत सीजन 4 का ट्रेलर जब आया तो यह बात पता चल गई थी कि यह सीजन इलेक्शन पर फोकस करेगा जहां पर प्रधान जी अपनी गद्दी बचाने की कोशिश करेंगे और बनराकस उस गद्दी को हड़पने की कोशिश करेगा. लेकिन पंचायत सीजन 4 का ओपनिंग एपिसोड इनफैक्ट ओपनिंग सीन यह चीज एस्टैब्लिश कर देता है कि सचिव जी खाली इलेक्शन से परेशान नहीं है बल्कि पिछले सीजन के लास्ट एपिसोड में जो उन्होंने भूषण यानी बनराकस से लड़ाई की थी, उसके चक्कर में उन पर धारा 323 के अंतर्गत केस हो गया है और टेंशन की बात यह है कि उनका पेपर अच्छा तो हो गया है. लेकिन अगर कॉलेज वालों को यह पता चल गया कि सचिव जी पर आपराधिक मुकदमा दर्ज है तो कौन सा कॉलेज उनको एडमिशन देगा, बताइए ऊपर से फुलेरा में मंजू देवी और क्रांति देवी के बीच चुनावी घमासान भी है. सचिव जी जाहिर सी बात है मंजू देवी के कैंप से चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं. उनकी लव स्टोरी भी और आगे बढ़ गई है, हम ज्यादा ज्यादा स्पॉइलर नहीं देते लेकिन पंचायत का सीजन 4 इन्हीं तीन मुद्दों के आसपास घूमता है. क्या सचिव जी के खिलाफ जो केस हुआ है वह उनका एडमिशन होने से रोक देगा ? फुलेरा में चुनाव कौन जीतेगा ? और सचिव जी की लव स्टोरी का क्या होगा ? सीज़न 4 की कहानी आपको यही सब बताएगी.

एक्टिंग

सचिव जी ,प्रधान जी, प्रहलाद चा, चंदन, मंजू देवी, रिंकी ये सब ऐसे किरदार हैं जो अब किसी वेब सीरीज का हिस्सा नहीं बल्कि अपनी फैमिली के यानी अपने घर के लोग लगते हैं कि नहीं, इतना तो मैं अपने रिश्तेदारों के बारे में नहीं जानता. जितना मैं इन लोगों को जान गया हूं और उसके पीछे की वजह है इन लोगों की शानदार एक्टिंग, जो इस बार भी बेहद शानदार रही है. यही चीज है जिसके लिए आप पूरी कास्ट से आप खुश रहेंगे. इन किरदारों के अलावा बनराकस, क्रांति देवी, बिनोद और माधव के किरदारों में भी एक्टिंग का ऐसा तड़का है कf आप इंप्रेस हुए बिना नहीं रह पाएंगे. कुल मिलकर एक्टिंग के मामले में ये मास्टरक्लास की तरह है.

स्क्रीनप्ले, डायलॉग और म्यूजिक

इस सीजन में भी ऐसे -ऐसे डायलॉग्स हैं जो आपको अगले एक-दो हफ्ते में मीम बनते दिखाई दे जाएंगे. कुछ ऐसे सीन्स हैं जो पसंद आए, जैसे वनराकस के साथ भोजपुरी गाने पर विधायक जी का डांस, विनोद को पार्टी में तोड़ने की कोशिश हो या फिर प्रधान जी के घर पर रेड पड़ने के बाद फनी सिचुएशन क्रिएट होना, ये सब एक अच्छे स्क्रीनप्ले और राइटिंग की निशानी है. इसके अलावा म्यूजिक भी हमेशा की तरह देसी और रॉक स्टाइल का मिक्स करके बनाया गया है और 2 -3 नए गाने जुड़े हैं जैसे सावधानी हटी दुर्घटना घटी वगैरह जो कहानी को अच्छा फील दे जाते हैं.

पंचायत सीजन 4 रेटिंग

अबकी बार भी आपको वही गांव वाली सादगी देखने को मिलेगी, लेकिन पांचवें और छठे एपिसोड के बाद आपको अचानक से थोड़ा डिस्कनेक्ट फील होने लगेगा और लास्ट एपिसोड में तो यह डिस्कनेक्ट बहुत ज्यादा हो जाएगा. कभी-कभी आपको बोरियत लगेगी, कभी-कभी कुछ सींस बिना मतलब के लगेंगे और ये पंचायत में होता नहीं था. अभी तक यह मामला पहली बार थोड़ा सा ढीला है लेकिन इसके बावजूद पंचायत एक बढ़िया वॉच है. इस सीरीज की हमेशा से खूबसूरती यह रही है कि ये अपने आप शहरों की भागदौड़ भरी जिंदगी से फुलेरा की शांत गलियों में आपको पहुंचा देती है और यह काम सीजन 4 एक बार फिर अच्छे से पूरी करता है. कुल मिलाकर पंचायत आपको निराश नहीं करेगी. लेकिन इसके बावजूद सीरीज खत्म होने के बाद आपके चेहरे पर स्माइल यानी मुस्कान जरूर होगी. हमारी तरफ से इस सीजन को 5 में से 4 स्टार्स.

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