Son Of Sardaar 2 Review: एक कॉमेडी फिल्म से आपको क्या उम्मीद होती है, अच्छी कॉमेडी होगी, अच्छी लोकेशन होंगी, आप दिमाग को रिलैक्स करके हंसेंगे, एंटरटेन होंगे और सारी टेंशन भूल जाएंगे. तो ये वो फिल्म है जो इसे सही साबित करती है, ऐसी फिल्में सिनेमा के लिए जरूरी है क्योंकि फैमिली ऑडियंस ऐसी ही फिल्में देखकर एंटरटेन होने के लिए थिएटर आती है. इस बार सन ऑफ सरदार में इंडिया है, पाकिस्तान है, चीन भी घुस गया है, बॉर्डर के सनी देओल, सुनील शेट्टी भी हैं और एक जबरदस्त कैमियो है, आखिरी में यानी फुल पैसा वसूल.
इंग्लैड के बैकग्राउंड पर बनी फिल्म
फिल्म की कहानी शुरू होती है जस्सी यानी अजय देवगन से जो अपनी पत्नी नीरू बाजवा को ढूंढ़ने इंग्लैंड जाते हैं, लेकिन वहां वो उन्हें तलाक देने के लिए तैयार बैठी है. तभी वहां जस्सी की मुलाकात होती है, सुख यानी म्रुणाल ठाकुर के परिवार से जो पाकिस्तानी से हैं. सुख का पति उसे छोड़कर भाग चुका है और उनकी बेटी को प्यार हो जाता है. एक सरदार से और उस सरदार फैमिली के मुखिया हैं रवि किशन. अब सरदार की फैमिली पाकिस्तानी फैमिली में शादी कैसे करेगी. ये काम दिया जाता है जस्सी को, जस्सी ये कैसे करेगा, ये फिल्म देखने पर पता चल जायेगा.
दमदार एक्टिंग और शानदार टीमवर्क
एक्टर अजय देवगन ने शानदार काम किया है. बहुत समय बाद वो स्क्रीन पर एनर्जी से भरे दिखे, क्योंकि पिछली कुछ फिल्मों में उनके अंदर एक अलग सा आलस नजर आता था. लेकिन यहां ऐसा लगा कि वो खुद भी ये किरदार एन्जॉय कर रहे थे. म्रुणाल ठाकुर ने सबसे ज्यादा इम्प्रेस किया. वो कमाल की लगी हैं और स्क्रीन पर गजब खूबसूरत दिखती है. रवि किशन ने कमाल काम किया है, उनकी पंजाबी जबरदस्त है. एक भोजपुरी स्टार को इतनी कमाल की पंजाबी बोलते देखकर मजा आता है.
मुकुल देव को उनके इस दुनिया से जाने के बाद स्क्रीन पर देखना काफी इमोशनल लगता है. विंदू दारा सिंह ने बढ़िया काम किया है. नीरू बाजवा अच्छी हैं. दीपक डोबरियाल ने एक लड़की का किरदार शानदार निभाया है, कुबरा सैत अच्छी लगी हैं. रोशनी वालिया का काम अच्छा है, चंकी पांडे मजेदार हैं.
गानों के बन रहे मीम्स
फिल्म का म्यूजिक अच्छा है. फील के हिसाब से मजेदार लगता है. बीच-बीच में गाने आते जिन्हें देखकर मजा आता है. कुछ गानों के तो मीम्स भी बन ही रहे हैं. इस मूवी को मोहित जैन और जगदीप सिद्धू ने ये फिल्म लिखी है और विजय कुमार अरोड़ा ने डायरेक्ट किया है. स्क्रीनप्ले अच्छे से लिखा गया है. कॉमिक पंच मजेदार है, ऐसी फिल्मों में ट्रीटमेंट ही दमदार होना चाहिए. स्क्रीन पर फ्रेशनेस दिखती है और आपको बोरियत नहीं होगी.
फिल्म में मिलेगा बड़ा सरप्राइज
ये फिल्म बिना दिमाग लगाए देखने वाली है, इसलिए दिमाग को घर पर या फ्रिज में ही रखके देखने जाइएगा. इंडिया-पाकिस्तान एंगल को काफी मजेदार तरीके से दिखाया गया है. फिल्म कहीं बोर नहीं करती, हंसते हैं, कहानी कोई महान नहीं है लेकिन ढाई घंटे ये फिल्म एन्जॉय करते हैं. आखिरी में एक कैमियो आता है जो आपको थिएटर जाकर ही देखना होगा और ये बड़े असरदार तरीके से शूट किया गया है. जिससे आपको अजय देवगन की अगली फिल्म का हिंट मिल जायेगा. मेरी तरफ से फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार्स.
