Bengaluru Stampede: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL 2025 जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ ने 11 लोगों की जान ले ली. इस भगदड़ में 33 से अधिक लोग घायल भी हुए. यह हादसा बुधवार, 4 जून को हुआ, जब लगभग 3 लाख लोग स्टेडियम के बाहर विक्ट्री परेड में शामिल होने पहुंचे थे. पुलिस के मुताबिक, भीड़ की संख्या अनुमानित 50,000 से कहीं अधिक हो गई. भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हुई और स्थिति भगदड़ में बदल गई. मृतकों में 13 साल की एक बच्ची, दिवांसी, सहित ज्यादातर युवा और छात्र शामिल थे.
इस हादसे में अपनों को खोने वाले परिजनों का दर्द अब छलक रहा है. ये अपने बच्चों, भाई-बहनों और प्रियजनों को खो चुके हैं. एक परिजन ने कहा- ‘मेरा बच्चा कौन वापस करेगा?’ अस्पतालों और शवगृहों में लोग अपनों की तलाश में भटक रहे हैं. कई मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, क्योंकि उनके फोन खो गए या चोरी हो गए. एक सरकारी डॉक्टर ने बताया कि ज्यादातर मौतें दम घुटने या पसलियों के टूटने से हुईं हैं.
‘मेरा बेटा लौटा दो’
इस हादसे में अपने 22 साल के बेटे को खो चुके एक पिता ने कहा- ‘गृह मंत्री आए और चले गए. हमारा एक बच्चा है, मुझे मेरा बच्चा वापस दे दो. मुझे पोस्टमॉर्टम नहीं चाहिए, जो हो गया सो हो गया. बस मेरा बेटा मुझे वापस दे दो, मैं एक घंटे भी बेटे के बिना नहीं रह सकता. 22 साल मैंने उसकी देखभाल की है, आप सब की वजह से आज वह मर गया. बस उसे वापस दे दो.’
TC लेने घर से निकला, मौत की आई खबर
इस हादसे में 10वीं की TC लेने जा रहे एक छात्र की भी मौत हो गई. शिव लिंग स्वामी मूल रूप से यादगीर जिले के रहने वाले थे और मौजूदा वक्त में अपने परिवार के साथ बेंगलुरु के येलहंका में रह रहे थे. उन्होंने इसी साल 10वीं की परीक्षा पास की थी और घर से यह कहकर निकले थे कि वह पीयूसी में एडमिशन लेने के लिए स्कूल से अपना ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) लेने जा रहे हैं. रकब की जीत का जश्न देखने की चाह में शिव लिंग को सीधे चिन्नास्वामी स्टेडियम चले गए और वहां भगदड़ में उनकी मौत हो गई.
इसके अलावा बेंगलुरु भगदड़ में मौत की शिकार बनी दिव्यांशी की मां ने कहा- ‘उसका पायलट या डॉक्टर बनने का सपना था, वह बहुत अच्छी थी. मुझे नहीं पता, मैं किसी को दोष नहीं दे सकती. हमारा स्टेडियम के अंदर जाने का कोई प्लान नहीं था. हम आराम से फुटपाथ पर बैठकर देख रहे थे. वह क्रिकेट को लेकर बहुत आकर्षित थी. वह विराट कोहली को देखना चाहती थी.’
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CM सिद्धारमैया ने भगदड़ को बताया ‘दुर्भाग्यपूर्ण’
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन उन्होंने और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने जिम्मेदारी लेने से इनकार किया. BCCI और RCB ने भी कहा कि यह एक स्थानीय आयोजन था, और वे इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं. बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने जांच पूरी होने तक दोषारोपण से बचने की बात कही.
