Operation Mahadev: भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लिडवास इलाके में ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत एक बड़े अभियान में तीन आतंकियों को मार गिराया है. ये आतंकी 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े होने का संदेह है, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी. इस ऑपरेशन को पहलगाम हमले का बदला लेने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बायसरन घाटी के पास आतंकियों ने पर्यटकों पर हमले में आतंकियों ने धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुनकर 26 पर्यटकों को निशाना बनाया. आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक मोर्चा माना जाता है, TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. हमलावर सैन्य वर्दी में थे और उन्होंने M4 कार्बाइन और AK-47 जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया था.
ऑपरेशन महादेव: सेना की कार्रवाई
स्थान और शुरुआत: भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स को लिडवास के घने जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी. इसके आधार पर सोमवार, 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन महादेव’ शुरू किया गया.
मुठभेड़: ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई. सेना, पुलिस और CRPF की संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और तीन आतंकियों को मार गिराया. ड्रोन फुटेज से मारे गए आतंकियों के शवों की पुष्टि हुई है.
आतंकियों का कनेक्शन: सूत्रों के मुताबिक, मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे. नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने हाल ही में दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके इनपुट के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू हुआ. हालांकि, सेना ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
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वर्तमान स्थिति
लिडवास में सेना का तलाशी अभियान अभी भी जारी है, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक एक और आतंकी के छिपे होने की आशंका है. श्रीनगर के दाछीगाम और हरवान इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. दाछीगाम नेशनल पार्क को TRF का गढ़ माना जाता है.
