Amarnath Yatra: इस साल 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. इस यात्रा की शुरुआत से पहले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है. गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रा मार्गों और आस-पास के इलाकों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बलों (CAPF) की 581 कंपनियों को तैनात करने का फैसला लिया है. यह फैसला 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी पर हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है.
CAPF की 581 कंपनियों की तैनाती
पहलगाम आतंकी हमले में 26 बेगुनाहों की मौत के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय अलर्ट मोड पर है. ऐसे में 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के मार्गों और रास्तों की सुरक्षा में केंद्रीय पुलिस बलों की 581 कंपनियों को तैनात करने का फैसला लिया है. इन मार्गों पर गृह मंत्रालय ने 58 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती को मंजूरी दी है. यह संख्या कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में पहले से ही तैनात जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों से अतिरिक्त होगी.
मोर्चा संभालने का निर्देश
गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षाबलों को जून के दूसरे सप्ताह तक जम्मू-कश्मीर में मोर्चा संभालने का निर्देश दिया है. बता दें कि गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पुलिस को क्षेत्र में पहले से ही तैनात 156 CAPF कंपनियों का उपयोग करने के लिए अधिकृत किया है.
इनमें CRPF की 91, SSB की 30, CISF की 15, BSF की 13 और ITBP की 7 इकाइयां शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक में करीब 75 से 80 जवान हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अमरनाथ यात्रा के लिए अतिरिक्त 425 कंपनियों को भेजने का फैसला लिया है, जिसमें 130 BSF, 128 CRPF, 67 SSB, 55 ITBP और 45 CISF कंपनिया शामिल हैं. 128 CRPF कंपनियों में 5 महिला इकाइयां भी शामिल हैं. 9 अगस्त को यात्रा के समापन तक ये बल तैनात रहेंगे.
कब शुरू होगी अमरनाथ यात्रा?
इस साल 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है, जो 9 अगस्त को समाप्त होगी. अमरनाथ गुफा मंदिर कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित है. बड़ी संख्या मे हर साल बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालु अनंतनाग जिले में पारंपरिक लंबे पहलगाम मार्ग या गंदेरबल जिले में छोटे बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं.
