Aqil Akhtar Murder Case: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी, पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना पर उनके 35 वर्षीय बेटे अकिल अख्तर की हत्या का गंभीर आरोप लगा है. यह मामला तब सुर्खियों में आया, जब अकिल के पुराने सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो वायरल हुए, जिसमें उन्होंने अपनी जान को खतरा होने की बात कही थी. हरियाणा पुलिस ने इस मामले में चार लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया है. जिसमें मुस्तफा, रजिया, उनकी बेटी और बहू का नाम शामिल है.
क्या है पूरा मामला?
16 अक्टूबर 2025 की रात को पंचकूला के सेक्टर 4, मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में अकिल अख्तर अपने घर में बेहोशी की हालत में मिले. परिवार ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिवार का दावा था कि अकिल की मौत ड्रग ओवरडोज से हुई. पोस्टमॉर्टम के बाद उनका शव परिवार को सौंप दिया गया और अगले दिन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया. उस समय किसी को शक नहीं हुआ कि यह मामला इतना गंभीर मोड़ लेगा.
सोशल मीडिया ने खोला राज
मामला तब पलट गया, जब मलेरकोटला के एक परिचित शम्सुद्दीन चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अकिल के अगस्त महीने के सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र किया. इन पोस्ट्स में अकिल ने अपने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने दावा किया था कि उनकी पत्नी का उनके पिता मोहम्मद मुस्तफा के साथ अफेयर चल रहा है. इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी मां रजिया सुल्ताना और बहन पर भी साजिश रचने का आरोप लगाया. अकिल ने एक वीडियो में कहा, “मुझे हर दिन लगता है कि ये लोग मुझे किसी झूठे केस में फंसा देंगे या मेरी हत्या कर देंगे.”
अकिल ने यह भी बताया था कि परिवार ने उन्हें मानसिक रूप से अस्थिर बताकर जबरन रिहैब सेंटर में भर्ती करवाया था. उन्होंने कहा, “यह बंदिश गैरकानूनी थी, क्योंकि मैं नशे में नहीं था. वे मुझे धमकाते हैं कि अगर मैं उनके खिलाफ कोई कदम उठाऊंगा, तो वे मुझे रेप या हत्या के मामले में फंसा देंगे.”
पुलिस की कार्रवाई
शम्सुद्दीन की शिकायत और सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर पंचकूला पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, रजिया सुल्ताना, उनकी बेटी और बहू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) (हत्या) और धारा 61 (आपराधिक साजिश) के तहत FIR दर्ज की. पंचकूला की डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सृष्टि गुप्ता ने बताया, “हमें शिकायत मिली थी कि परिवार के सदस्यों का अकिल की मौत में हाथ हो सकता है. सोशल मीडिया पोस्ट, वीडियो और तस्वीरों ने संदेह पैदा किया, जिसके आधार पर केस दर्ज किया गया.”
पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसकी अगुआई एक ACP रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. गुप्ता ने कहा, “SIT निष्पक्ष और सबूतों पर आधारित जांच करेगी. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई दोषी न बचे और कोई निर्दोष न सताया जाए.”
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अकिल का आखिरी वीडियो
दिलचस्प बात यह है कि अकिल ने अपने बाद के एक वीडियो में पहले के आरोपों को वापस लेने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि उनके दावे मानसिक बीमारी के कारण थे. लेकिन यह वीडियो भी अचानक खत्म हो जाता है, जिसमें वे कहते हैं, “क्या ये लोग मुझे मरवा देंगे? ये सब बदमाश हैं.” इस वीडियो ने और सवाल खड़े कर दिए. क्या अकिल पर दबाव डाला गया था या यह उनकी मानसिक स्थिति थी? यह जांच का विषय है.
कौन हैं मोहम्मद मुस्तफा और रजिया सुल्ताना?
मोहम्मद मुस्तफा 2021 में पंजाब डीजीपी के पद से रिटायर हुए थे और बाद में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना मलेरकोटला से तीन बार की विधायक रही हैं और 2017 से 2022 तक पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं. इस हाई-प्रोफाइल परिवार पर लगे इन आरोपों ने पूरे राजनीतिक और सामाजिक हलके में तूफान ला दिया है.
अकिल वकील थे, अपने पीछे उन्होंने पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं. इस मामले ने न केवल उनके परिवार की निजी जिंदगी को उजागर किया, बल्कि यह भी सवाल उठाया कि क्या शक्तिशाली लोग कानून से ऊपर हैं. पुलिस की जांच अब इस बात पर केंद्रित है कि क्या अकिल की मौत वाकई ड्रग ओवरडोज थी या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी.
