Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में उतरने का ऐलान कर चुके एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक्टिव मोड में आ चुके हैं. ओवैसी बिहार चुनाव में महागठबंधन खेमे में शामिल होने की कोशिशें करते रहे हैं लेकिन राजद-कांग्रेस ने उनके ऑफर को हर बार ठुकरा दिया है. इसको लेकर ओवैसी सार्वजनिक मंच से अपनी नाराजगी जाहिर करने में कतराते नहीं हैं.
मधुबनी की एक रैली में भी उन्होंने ऑफर ठुकराए जाने का जिक्र कर राजद नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा जीत जाती है तो ये लोग AIMIM पर बीजेपी की ‘बी टीम’ होने का आरोप लगाते हैं, लेकिन भाजपा इसलिए जीत हासिल करती क्योंकि तेजस्वी का वोटर पीएम मोदी की गोद में बैठकर चाय पी रहा है.
तेजस्वी को बता दिया ‘शैतान’
एआईएमआईएम प्रमुख ने बिना नाम लिए तेजस्वी और राजद पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारी सभा के बाद, यहां से जाने के बाद दो-तीन दिन तक शैतान मशरूफ रहता है, क्योंकि पटना में बैठा बड़ा शैतान कहता है- एक टोपी-दाढ़ी वाला आया था, भड़काऊ भाषण देकर गया है, जा वहां जाकर झूठ फैला..अगर शैतान आएगा तो उसकी बिठाकर चाय पिलाना और बोलना कि गद्दारों का साथ यहां की जनता नहीं देने वाली है.” ओवैसी ने कहा, “हम किसी यादव पार्टी के लीडर के सामने सिर झुकाकर बात नहीं करेंगे.”
ओवैसी ने फिर दिया ऑफर
ओवैसी ने राजद नेता पर आरोप लगाया कि ये अपने वोटर को समझा नहीं पाते हैं और आरोप हम पर लगाते हैं. उन्होंने तेजस्वी का जिक्र करते हुए कहा कि गुरुर में रहेंगे तो बिहार का नुकसान होगा और प्रदेश की जनता फिर माफ नहीं करेगी. लगे हाथों असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का ऑफर भी दे दिया है. ओवैसी ने कहा कि अगर बीजेपी को हराना है तो हमसे गठबंधन कर लीजिए.
मुस्लिमों के बिना सरकार बनाना संभव नहीं- ओवैसी
खचाखच भरी भीड़ को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “बिहार में मुस्लिमों की आबादी 19 फीसदी है और ये आबादी इतनी बड़ी है कि आपके बिना कोई सरकार नहीं बन सकती और न कोई फैसला हो सकता है. इसलिए, मेरी गुजारिश है कि आप वोटर बनकर घरों में मत बैठिए, आप लीडरशिप तैयार करें और हमारी पार्टी की लड़ाई में सहयोग करें.”
तेजस्वी गलतफहमी में हैं- ओवैसी
दरभंगा की चुनावी रैली में भी ओवैसी ने तेजस्वी पर जमकर निशाना साधा था. ओवैसी ने हजारों की संख्या में मौजूद समर्थकों को संबोधित करते हुए तेजस्वी को अहंकारी बताया और कहा, “राजद हमसे बात करने को तैयार नहीं है. अब बिहार की जनता समझ गई है कि मोदी-नीतीश को सत्ता में आने से कौन रोक रहा है और कौन उनकी मदद कर रहा है. तेजस्वी यादव को यह समझना होगा कि उनकी अपरिपक्वता उन्हें भारी पड़ेगी और उनका अहंकार उन्हें कमज़ोर कर देगा. अगर उन्हें लगता है कि वे अकेले सब कुछ कर सकते हैं, तो वे गलतफहमी में हैं.”
ओवैसी के ऑफर को नकार चुके हैं तेजस्वी
ओवैसी की पार्टी बिहार में महागठबंधन खेमे में शामिल होने की कई कोशिशें कर चुकी है. ओवैसी की पार्टी की तरफ से तेजस्वी यादव को लेटर भी भेजा चुका है लेकिन राजद नेता ने इसका कुछ जवाब नहीं दिया. AIMIM यहां तक राजी है कि अगर सरकार बनी तो, उनके नेताओं को मंत्री पद नहीं चाहिए, लेकिन बिहार चुनाव में 6 सीटें दे दी जाएं.. लेकिन ओवैसी के किसी भी ऑफर पर तेजस्वी की तरफ से कोई सुगबुगाहट नहीं है.
VIDEO | Darbhanga: Addressing a public meeting, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, "RJD is not ready to talk to us. Now, the people of Bihar understand who is trying to stop Modi-Nitish from coming to power and who is helping them. Tejashwi Yadav must realise that his immaturity… pic.twitter.com/C1CsQk8Hfs
— Press Trust of India (@PTI_News) October 6, 2025
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बता दें कि बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को 243 सीटों पर वोटिंग होगी और 14 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे. वहीं चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब राजनीतिक दलों की गहगा-गहमी और बढ़ गई है. बिहार में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है, लेकिन ओवैसी के साथ-साथ प्रशांत किशोर भी बिहार के चुनावी समर में अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं. फिलहाल, नतीजों की बात तो दूर है लेकिन बिहार चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच बयानों के तीर खूब चलने वाले हैं.
