Bareilly Murder Case: बरेली के नवाबगंज की ओम सिटी कॉलोनी में बीते मंगलवार सुबह एक ऐसा खौफनाक कांड हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया. पति अनिल कुमार ने अपनी पत्नी अनीता की हंसिए से गर्दन रेत दी. हैरानी की बात ये कि इस दौरान उसका छोटा भाई सचिन अनीता के सीने पर बैठा था और उसके दोनों हाथ कसकर पकड़े हुए था. पुलिस ने रविवार को अनिल, सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचिया ससुर महेश को धर दबोचा. अनिल-सचिन पर हत्या का मुकदमा, बाकी तीनों पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज हुआ है.
प्यार की जिद बनी मौत की वजह
अनीता और अनिल की लव स्टोरी फिल्मी थी. अनीता अनिल के फुफेरे भाई की साली थी. दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया. परिवार वाले राजी नहीं थे, मगर दोनों अड़ गए. आखिरकार घरवालों ने हार मान ली और शादी हो गई. शुरू में सब ठीक चला. अनीता गांव कमुआ में ससुराल आई, लेकिन वहां की बंदिशें उसे रास नहीं आईं. सास-ससुर की सख्ती, परंपराएं, सबकुछ उसे खलने लगा. अनीता ने कहा, “शहर में रहूंगी.” अनिल ने उसकी बात मान ली. ओम सिटी में किराए का मकान लिया और छोटे भाई सचिन को भी साथ रख लिया.
खर्चे बढ़े, खटास गहराई
शहर की जिंदगी महंगी थी. अनिल का खनन का बिजनेस मंदा पड़ गया. सात पार्टनर में से सिर्फ पांच बचे. घर चलाना मुश्किल हो रहा था. अनीता को शक होने लगा कि काम पर जाते हो या कहीं और? फोन पर झगड़े शुरू हो गए. अनिल को भी पुरानी बातें चुभती थीं. रोज का ताना, रोज की चिकचिक. दोनों एक-दूसरे को देखते ही भड़क उठते.
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सुबह की बहस के बाद अनीता का मर्डर
मंगलवार सुबह फिर वही हुआ. अनीता ने कुछ कहा, अनिल का पारा चढ़ गया. गुस्सा इतना कि दिमाग सुन्न हो गया. उसने सचिन को आवाज दी. सचिन आया, अनीता के हाथ पकड़े और सीने पर बैठ गया. अनिल ने पास पड़ा हंसिया उठाया और एक झटके में गर्दन पर दे मारा. खून की बौछार. अनीता तड़पी, फिर शांत हो गई. दोनों भाई घर में ताला लगाकर निकल लिए. शाम को लौटे तो अनजान बनकर बोले, “अनीता कहीं चली गई होगी.”
पड़ोसियों को हुआ शक
शाम तक ताला नहीं खुला तो पड़ोसियों को शक हुआ. पुलिस बुलाई गई. दरवाजा तोड़ा तो अंदर का मंजर देख रोंगटे खड़े हो गए. अनीता का शव खून से लथपथ, पास में खूनी हंसिया. पुलिस ने छानबीन शुरू की. अनिल-सचिन की हरकतें संदिग्ध लगीं. पूछताछ में सचिन टूट गया, फिर अनिल ने कबूल कर लिया.
सास-ससुर पर भी गाज
पुलिस का कहना है कि सास-ससुर गांव में थे, लेकिन घर के झगड़ों में कभी नहीं बोले. ताने देते रहे, दबाव बनाते रहे. इसलिए उन पर दहेज उत्पीड़न का केस ठोका गया. चचिया ससुर महेश भी इसमें शामिल पाए गए. रविवार को जब अनिल को कोर्ट ले जाया गया, वो लंगड़ाता हुआ निकला. चेहरा पीला, आंखें डरी हुईं. उसने कहा, “रोज की चिकचिक ने मुझे तोड़ दिया. उसी गुस्से में सब खत्म कर दिया.” पुलिस अफसर नीलेश मिश्रा ने बताया, “अनीता तंदुरुस्त थी, अकेले कत्ल मुश्किल था. इसलिए अनिल ने सचिन की मदद ली. पूरी प्लानिंग थी.”
