Viral Video: कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो आपकी सोच को चुनौती देती हैं, और अजमेर से आई यह खबर उन्हीं में से एक है. कभी आपने सुना है कि कोई भिखारी 1.5 लाख का आईफोन प्रो मैक्स लेकर सड़कों पर भीख मांग रहा हो? नहीं सुना न! खैर, अब ये खबर आपको चौंका देने वाली लग सकती है, लेकिन अजमेर में एक विकलांग भिखारी ने ऐसा ही किया है और ये खबर अब सोशल मीडिया पर छाई हुई है.
यह पूरा मामला अजमेर शहर का है. इस वीडियो में एक विकलांग भिखारी अपनी जुगाड़ की सीट पर बैठा हुआ है और हाथ में एक महंगा आईफोन प्रो मैक्स लिए, सड़कों पर लोगों से भीख मांग रहा है. आप सोच रहे होंगे कि क्या यह किसी फिल्म का सीन है? नहीं, यह सीन असल जिंदगी का है. और यही वजह है कि लोग इस पर हैरान और परेशान हैं.
आईफोन प्रो मैक्स और भीख मांगने की अजीब सी मिक्सिंग
यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लोगों का ध्यान इस भिखारी के हाथ में मौजूद महंगे स्मार्टफोन पर गया, क्योंकि एक भिखारी को ऐसे महंगे फोन के साथ देखना वाकई बहुत अजीब था. इस भिखारी से जब यह पूछा गया कि उसने ये महंगा मोबाइल कैसे खरीदा, तो उसका जवाब था, “मैंने भीख मांगकर पैसे इकट्ठे किए और फिर यह फोन खरीदा.” अब ये जवाब जितना साधारण लग रहा है, उतना साधारण नहीं था. इसने यह साफ कर दिया कि अब भिखारी भी टेक्नोलॉजी के मामले में पीछे नहीं रहे.
क्या सच में भीख मांगने वाले ऐसे हो सकते हैं?
यह वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने तरह-तरह के सवाल उठाए हैं. कुछ लोग इसे एक तरह की ‘नवीन भीख मांगने की तकनीक’ मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे भिखारी की नफासत और स्मार्टनेस का प्रतीक मान रहे हैं. और हां, इस वीडियो को देखने के बाद लोगों का कहना है कि अब भिखारी भी स्मार्टफोन पर ‘टिकटॉक’ और ‘इंस्टाग्राम’ जैसे ऐप्स चला सकते हैं. तो भिखारी भी अब डिजिटल इंडिया का हिस्सा बन गए हैं!
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राजस्थान में बढ़ रहे भिखारियों के मामले
यह घटना अजमेर की है, जहां हाल ही में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में सालाना उर्स का आयोजन हुआ था. इस दौरान वहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे, और इस मौके पर विभिन्न इलाकों से भिखारी भी वहां आकर भीख मांग रहे थे. अजमेर के स्थानीय लोग कहते हैं कि उन्होंने पहली बार इस भिखारी को देखा है. इससे पहले यह भिखारी कभी यहां नहीं दिखाई दिया था, और अब यह स्मार्टफोन के साथ भीख मांगते हुए एक नई चर्चा का विषय बन गया है.
राजस्थान की सरकार भी अब भिखारियों के लिए एक खास योजना पर काम कर रही है. राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एक एनजीओ को यह जिम्मेदारी सौंप दी है कि वो भिखारियों को किसी ठोस दिशा में मार्गदर्शन करें. राजस्थान की सरकार इस कदम के जरिए जयपुर को “भिखारी मुक्त शहर” बनाना चाहती है, और इससे पहले राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन करने का भी ऐलान किया है.
नए दौर में भिखारियों की जीवनशैली
अजमेर में वायरल हुए इस वीडियो ने यह साफ कर दिया है कि भिखारी अब सिर्फ पैसे मांगने वाले लोग नहीं रह गए हैं. अब वे अपने जीवन के तरीके को पूरी तरह से डिजिटल और स्मार्ट बना रहे हैं. इस वीडियो ने यह साबित कर दिया है कि भिखारी भी स्मार्टफोन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकते हैं और सोशल मीडिया पर अपनी स्थिति को ‘अपडेट’ कर सकते हैं.
