Bihar: बिहार के बेतिया जिले के डीईओ रजनीकांत प्रवीण को शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई विजिलेंस की छापेमारी के बाद हुई है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ने उनके बेतिया स्थित आवास और अन्य जिलों में कई ठिकानों पर छापा मारा था और उसके बाद जो कुछ देखने को मिला वह हैरान करने वाला था.
इस छापेमारी में रजनीकांत प्रवीण के आवास से भारी मात्रा में कैश मिलने की बात सामने आई है. हालांकि, नकद राशि का सटीक आंकड़ा अभी तक आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है. जैसे ही प्रवीण के यहां से नकद राशि मिलने की खबर शिक्षा विभाग को मिली, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. उनके आवास पर नोटों की इतनी गड्डियां थीं कि पूरे पैसे की गिनती के लिए मशीन मंगानी पड़ी.
समस्तीपुर और दरभंगा में भी छापेमारी
बेतिया के अलावा, विजिलेंस की टीम ने समस्तीपुर और दरभंगा में भी रजनीकांत प्रवीण के ठिकानों पर छापेमारी की. जानकारी के अनुसार, रजनीकांत प्रवीण ने 2015 से 2017 के बीच दरभंगा में डीपीओ और समग्र शिक्षा अभियान के पद पर कार्य किया था. इस दौरान उन्होंने अपनी संपत्तियां अर्जित कीं, जिनकी जांच अब हो रही है.
पत्नी के स्कूल पर भी छापेमारी
रजनीकांत प्रवीण की पत्नी सुषमा कुमारी एक सरकारी शिक्षिका हैं, जो तिरहुत एकेडमी में कार्यरत हैं. इसके अलावा, वह दरभंगा में एक निजी स्कूल भी चलाती हैं. विजिलेंस ने इस स्कूल और अन्य संबंधित ठिकानों पर भी छापा मारा है. छापेमारी के दौरान टीम को नकद राशि के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य संपत्ति के प्रमाण मिले हैं.
यह भी पढ़ें: “मैं गंगा नहा आया, ‘AAP’ यमुना में नहाएंगे…”, CM योगी के जरिए ‘इंद्रप्रस्थ’ साधने में जुटी BJP! सियासत को ऐसे समझिए
आय से अधिक संपत्ति का मामला
रजनीकांत प्रवीण पर आय से अधिक संपत्ति और गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. यह मामला शिक्षा विभाग और सरकार के लिए भी एक बड़ा झटका है. विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो.
