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युद्ध के दौरान क्या होता है ब्लैकआउट? जानें किन-किन चीजों पर लागू होते हैं इसके नियम

Blackout-Mock Drill

युद्ध की स्थिति दौरान ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल करवाया जाता है

Blackout-Mock Drill: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. ये फैसला ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनती हुई दिख रही है. देश क्र गृह विभाग ने ऐलान किया है कि देशभर में 7 मई को मॉक ड्रिल अभ्यास किया जाएगा. गृह मंत्रालय इसके साथ ही ब्लैकआउट रिहर्सल करवाने का भी आदेश दिया है. ऐसे में ये जानना जरुरी है कि ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल अभ्यास क्या है? और इसके नियम क्या हैं, जिसे फॉलो करना हमारे लिए अनिवार्य होता है.

54 साल पहले भी मॉक ड्रिल

देशभर में 7 मई को ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल रिहर्सल होने वाला है. जिसे लेकर 6 मई को गृह सचिव ने बड़ी बैठक भी की. अब बुधवार को देश के 244 जिलों में इसका अभ्यास करवाया जाएगा. भारत में आज से 54 साल पहले भी मॉक ड्रिल करवाई गई थी. जब साल 1971 में भारत-पाकिस्‍तान युद्ध हुआ था. इसके बाद अब फिर से भारत-पाकिस्‍तान के बीच बढ़ी टेंशन के बीच देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल करवाई जा रही है.

क्यों होता है मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट रिहर्सल?

मॉक ड्रिल तब करवाया जाता है जब देश में युद्ध की स्थिति हो. हमला होने जैसी आपातकालीन स्थिति होने पर नागरिकों की सुरक्षा को लेकर यह किया जाता है. जिसमें नागरिकों और छात्रों को यह अभ्‍यास करवाया जाता है कि युद्ध के समय खुद की रक्षा कैसे करें.

ब्लैकआउट युद्ध के समय की ऐसी रणनीति है, जिसमें बड़ी हाई रोशनी वाली लाइट्स को कम कर दिया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है कि दुश्मन के विमानों या पनडुब्बियों को निशाना ढूंढने में परेशानी आए.

मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट में क्या होगा?

युद्ध के दौरान हवाई हमले और अन्‍य इमरजेंसी वाले माहौल में क्रिएट किया जाएगा. इमरजेंसी होने पर लोग खुद को कैसे सुरक्षित करें और साथ ही अन्‍य लोगों की मदद कैसे करें यह सिखाया जाएगा.

अस्‍पतालों, स्‍कूलों, ऑफिसों में आग लगने और इमरजेंसी की स्थिति में अपना बचाव कैसे करें ये बताया जाएगा. मॉक ड्रिल के समय हवाई हमले की चेतावनी देने वाला ‘सायरन’ भी बजाया जाएगा. इससे लोगों को ये भी पता चल सके कि हवाई हमला होने पर कैसा सायरन बजता है. इसके अलावा मॉक ड्रिल में हमला होने पर शहर के प्रमुख प्रतिष्ठानों और संयंत्रों को छिपाने का भी रिहर्सल करवाया जाएगा.

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वहीं, ब्लैकआउट रिहर्सल में शहर की लाइटें पूरी तरह से बंद करवा दी जाएगी. इसके अलावा रिहर्सल के दौरान सड़कों पर सभी वाहनों को रोक कर लाइटें बंद करके रोक दिया जाएगा. घरों से बाहर जरा सी भी लाइट बाहर ना दिखे, ऐसे उपाय करना सिखाया जाएगा.

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