Vistaar NEWS

Caste Census पर खुलकर बैटिंग कर रही कांग्रेस, क्या है जाति जनगणना पर राहुल का ‘नेक्स्ट स्टेप’?

Rahul Gandhi attacked the central government.

राहुल गांधी

Caste Census: मोदी सरकार ने जाति जनगणना (Caste Census) कराने का फैसला किया तो कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लपकने की पूरी कोशिश की है. कांग्रेस इसे अपनी जीत बता रही है क्योंकि राहुल गांधी संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे थे. हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस को राजद और समाजवादी पार्टी का भी भरपूर साथ मिलता रहा. लेकिन अब कांग्रेस इसका श्रेय राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को देने से पीछे नहीं हट रही है. वहीं पार्टी ने शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई गई है. जाहिरतौर पर इसको लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.

राहुल गांधी ने सरकार के फैसले के बाद मंगलवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी थी. राहुल ने कहा था कि वे पूरी तरह से सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन साथ ही जानना चाहते हैं कि ये कब तक होगा. राहुल गांधी ने कहा था, “जाति जनगणना के लिए तेलंगाना एक मॉडल बना है और वो ब्लू प्रिंट बन सकता है. जाति जनगणना को डिजाइन करने में हम सरकार को पूरा समर्थन करेंगे क्योंकि बिहार और तेलंगाना के डिजाइन में जमीन आसमान का फर्क है.”

कांग्रेस नेता का कहना था, “हम केंद्र से सवाल पूछ रहे है कि चाहे OBC, दलित और आदिवासी हो उनकी देश में कितनी भागीदारी है जाति जनगणना से ये पता लगेगा. हमारी संस्थाओं में इनकी कितनी भागीदारी है ये नेक्स्ट स्टेप है.” उन्होंने आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा हटाने की मांग भी दोहराई. कांग्रेस इसके बजट पर भी सरकार से जवाब चाहती है.

ये भी पढ़ें: Caste Census: जातिगत जनगणना पर क्रेडिट लेने की मची होड़, कांग्रेस ने राहुल गांधी तो RJD ने लालू-तेजस्वी को दिया श्रेय

कांग्रेस क्यों कर रही जाति जनगणना की वकालत

दरअसल, कांग्रेस जाति जनगणना कराने के सरकार के फैसले के बाद लोगों के बीच यह आम राय बनाना चाहती है कि उसके दबाव के कारण ही यह फैसला लिया गया. जाति जनगणना के पीछे कांग्रेस की रणनीति ओबीसी वर्ग तक अपनी पकड़ बनाने की है, जो हालिया सालों में भाजपा के साथ जुड़ता नजर आया है. लंबे समय तक जातीय जनगणना का विरोध करने वाली कांग्रेस अब अपनी मुक्ति का रास्ता जाति जनगणना में ही देख रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार जाति जनगणना की वकालत करते रहे हैं और वे चाहते हैं कि जाति जनगणना की सियासी पिच पर खेलकर कांग्रेस का बेड़ा पार किया जाए. इसलिए, वे सरकार के फैसले को अपनी जीत बताने में चूकना नहीं चाहते हैं.

भाजपा का पलटवार

हालांकि, जाति जनगणना की मांग का बीजेपी ने कभी-कभी सीधे विरोध नहीं किया था. लेकिन वह कभी खुलकर सामने भी नहीं आई थी. वहीं सरकार के जाति जनगणना कराने के फैसले का क्रेडिट कांग्रेस ने लेना शुरू किया तो बीजेपी ने भी पलटवार शुरू कर दिया. बीजेपी ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकारों ने ऐसा कदम क्यों नहीं उठाया? केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के नारे ‘सरकार तुम्हारी, सिस्टम हमारा’ पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व पीएम पंडित नेहरू ‘जाति आधारित आरक्षण के कट्टर विरोधी’ थे और इसलिए ही उनके नेतृत्व में जाति जनगणना नहीं हुई.

Exit mobile version