Chhangur Baba: क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे धर्म की आड़ में कुछ लोग मानवता को शर्मसार कर सकते हैं? एक ऐसा हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को चौंका दिया है. ये कहानी है ‘छांगुर बाबा’ की, जिसने कथित तौर पर हज़ारों महिलाओं की ज़िंदगी बर्बाद कर दी और एक शातिर धर्मांतरण रैकेट का जाल बिछाया.
कौन है ये ‘बाबा’?
बलरामपुर का रहने वाला छांगुर बाबा, जो खुद को पीर, रूहानी बाबा और मसीहा बताता था, असल में एक बड़ा धोखेबाज़ निकला. पुलिस और एटीएस की जांच में सामने आया है कि इस बाबा ने अकेले 1500 से ज़्यादा हिंदू महिलाओं और लड़कियों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित किया है. उसने अपनी करीबी सहयोगी, नीतू रोहरा उर्फ नसरीन के साथ मिलकर इस धर्मांतरण के काले धंधे को अंजाम दिया. दोनों को अब एटीएस ने 7 दिन की रिमांड पर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है.
अपनी शिकारों को कैसे फंसाता था बाबा?
छांगुर बाबा की साज़िशें इतनी गहरी थीं कि कोई भी आसानी से उनके जाल में फंस सकता था. वो खास तौर पर उन महिलाओं को निशाना बनाता था जो निःसंतान, विधवा या मानसिक रूप से कमज़ोर होती थीं. बाबा पहले उन्हें सहारा देने, चमत्कारों से ठीक करने या बीमारियों का इलाज करने का झांसा देता था. एक बार जब ये महिलाएं उसकी बातों में आ जातीं, तो वो धीरे-धीरे उनका ब्रेनवॉश करता और आखिरकार उन्हें धर्म बदलने के लिए मजबूर कर देता था. हैरान करने वाली बात ये है कि एटीएस के खुलासों के बावजूद आज भी कई लोग उसे अपना ‘पीर’ मानते हैं.
विदेशी कनेक्शन और काले साम्राज्य का महल
छांगुर बाबा सिर्फ एक स्थानीय ठग नहीं था, उसके तार अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक फैले हुए थे. पुलिस को शक है कि वह भारत-नेपाल सीमा पर ‘दावा केंद्र’ बनाने की योजना पर काम कर रहा था और इसके लिए उसे विदेशों से भारी फंडिंग मिल रही थी. दो साल पहले भी आजमगढ़ में उसके कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ अवैध धर्मांतरण का मामला दर्ज हुआ था.
बलरामपुर में छांगुर बाबा की जिस आलीशान कोठी को हाल ही में ज़मींदोज़ किया गया, वो किसी महल से कम नहीं थी. जब अधिकारी जांच के लिए पहुंचे, तो वहां मिले सामान ने सबको चौंका दिया. वहां उर्दू में पैक किए गए रोज़मर्रा के सामान से लेकर दुबई से मंगाए गए स्पेनिश तेल, इत्र और ताकत बढ़ाने वाली दवाएं भी मिली हैं. कोठी के अंदर एक गुप्त कंट्रोल रूम था, जहां से पूरे घर के सीसीटीवी कैमरों पर नज़र रखी जाती थी. बाबा का बेडरूम ही उसका ‘ऑपरेशन रूम’ था, जहां अंदर आने वाले हर व्यक्ति की रिकॉर्डिंग होती थी. एटीएस को उसके कमरे से कई संवेदनशील दस्तावेज़ भी बरामद हुए हैं.
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मुंबई से दुबई तक फैला नेटवर्क
जांचकर्ताओं के अनुसार, छांगुर बाबा का नेटवर्क सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं था, बल्कि महाराष्ट्र के मुंबई और दुबई तक फैला हुआ था. नवीन वोहरा और नीतू रोहरा (नसरीन) उसके पहले शिकार थे, जिनके ज़रिये उसने इस बड़े धर्मांतरण रैकेट की नींव डाली थी. एटीएस को शक है कि मोहम्मद अहमद खान उसके वित्तीय लेन-देन का मुख्य सूत्रधार था.
मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी
छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को एटीएस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है. बाबा पर पहले से ही 50,000 रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी था. दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद लखनऊ जिला जेल भेज दिया गया है. इसी मामले में जमालुद्दीन और महबूब नाम के दो अन्य आरोपी पहले ही 8 अप्रैल को गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में एक जनसभा में छांगुर बाबा को “जल्लाद” बताते हुए उस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बलरामपुर में राष्ट्रविरोधी और समाजविरोही गतिविधियों में लिप्त तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. सीएम योगी ने साफ़ शब्दों में कहा कि सरकार समाज को टूटने नहीं देगी और ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों को कुचल कर रहेगी, उन्हें कानून के तहत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी.
