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दिल्ली ब्लास्ट के तार तुर्किए तक! क्या है सेशन एप, जिससे उमर अपने आकाओं से कर रहा था चैट

Delhi blast Turkey connection NIA investigation

आतंकी उमर का तुर्किए कनेक्शन आया सामने.

Delhi Blast Turkey Connection: दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी डॉक्टर उमर नबी के तुर्की से भी कनेक्शन सामने आ रहे हैं. जांच एजेंसियां तुर्की कनेक्शन को लेकर जांच कर रही हैं. इस जांच में बड़ा खुलासा होने की संभावना है. जांच एजेंसियों को शक है कि उमर अपने आकाओं से बात करने के लिए सेशन नाम के एक मैसेंजर एप का इस्तेमाल करता था. उमर इस एप का उपयोग बात करने के लिए क्यों करता था, अब तक की जांच में क्या मिला? यहां जानें.

‘सेशन’ एप का उपयोग क्यों करता था उमर

‘सेशन’ एप एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो पूरी तरह से गुमनाम है. इसके अलावा इसमें अकाउंट बनाने के लिए किसी मोबाइल नंबर की भी जरूरत नहीं पड़ती है. इसे बड़ी आसानी के साथ कोई भी खोल सकता है. वहीं, इस एप की सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि इसमें कोई चैट या मेटाडेटा सेव नहीं होता है. ऐसे में पकड़े जाने का भी खतरा कम होता है. इसलिए आतंकी संगठनों के जुड़े लोग इस एप का प्रयोग करते हैं. यही वजह है कि जांच एजेंसियों को उनकी बातचीत का डाटा निकालने में दिक्कत आ रही है. उमर को इस एप में स्विच करने के लिए मुजम्मिल ने कहा था.

कहां से हुई शुरुआत?

जांच एजेंसियों के अनुसार 2022 में आतंकी उमर और डॉ. मुजम्मिल दोनों जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में आए, जिसके बाद दोनों ने बैठक स्थल के रूम में तुर्की को चुना. तुर्किये में उमर करीब दो हफ्ते तक अंकारा में रहा था. ताकि पाकिस्तान या जैश से सीधे संबंध का पता न लग सके. जबकि सारी साजिश यहीं से तय होती और ट्रेनिंग मिलती थी. यहां पर हैंडलर वर्चुअल नंबर के साथ जुड़ता था. हैंडलर बातचीत करने के लिए कोडनेम UKASA था.

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टेलीग्राम से शुरू हुई थी बातचीत

जांच एजेंसियों के अनुसार बातचीत की शुरुआत टेलीग्राम पर हुई थी. इसके बाद सिग्नल जैसे एप पर बात होने लगी. जिसमें उमर और उसके साथियों को सीक्रेट सेल स्थापित करने और डिजिटल फुटप्रिंट से बचने के बारे में मार्गदर्शन जानकारी दी गई. यहीं से सेशन एप में बातचीत करने की शुरुआत हुई.

6 दिसंबर को थी धमाके की तैयारी

सूत्रों के अनुसार, आतंकी उमर और उनके सहयोगियों ने चार जगहों पर सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बनाई थी. इसके लिए 6 दिसंबर की डेट तय की गई. लेकिन इससे पहले ही उसके कई साथी पकड़े गए और भारी मात्रा में विस्फोटक भी पुलिस ने जब्त कर लिया. इसलिए माना जा रहा कि वह डरकर ब्लास्ट कर दिया.

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