Operation Sindoor: भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति पर जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान डीजी एयर ऑपरेशन एयर मार्शल एके भारती ने साफ शब्दों में कहा कि अगर आगे किसी मिशन की जरूरत पड़ती है तो हम पूरी तरह से तैयार हैं. साथ ही एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी भी दे डाली.
दरअसल, इस ब्रीफिंग की शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर की कविता ‘याचना नहीं, अब रण होगा’ से हुई, जो दुश्मन के लिए एक बड़ा मैसेज है. इसी को लेकर जब सवाल किया गया कि सेना किस तरह का मैसेज देना चाहती है. इसके पहले रविवार को ‘शिव तांडव स्तोत्र’ से पीसी की शुरुआत हुई थी.
रामचरितमानस की पंक्तियां दोहराई
इसके जवाब में एयर मार्शल एके भारती ने कहा, “मैं आपको रामचरितमानस की कुछ पंक्तियां याद दिलाऊंगा, याद कीजिए वह पंक्ति- ‘विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति. बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीत’. समझदार के लिए इशारा काफी है.”
प्रेस कॉन्फेंस के दौरान एयर मार्शल एके भारती ने कहा, ‘कल हमले सफलता पूर्ण संयुक्त ऑपरेशन पर ब्रीफ किया था. जो हमने पीओके और पाकिस्तान में किया था. हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतकवादियों के खिलाफ थी. इसलिए हमने सात मई को हमने सिर्फ आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला किया था. पर अफसोस कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा और इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना लिया. इस लड़ाई में उनका जो भी नुकसान हुआ, इसके लिए वे खुद ही जिम्मेदार हैं.”
#WATCH | दिल्ली: एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, "…मैं आपको रामचरित मानस की कुछ पंक्तियां याद दिलाऊंगा, याद कीजिए वह पंक्ति- 'विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति'। समझदार के लिए इशारा काफी है।" pic.twitter.com/sJMYpGdKpq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2025
एयर मार्शल ने कहा, “हमारी तरफ से हमारा एयर डिफेंस सिस्टम देश के लिए दीवार की तरह खड़ी थी. इसके भेदना दुश्मन के लिए नामुमकिन था. मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि हमारे सभी सैन्य अड्डे और सभी उपकरण और प्रणालियां चालू हैं और आवश्यकता पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार व तत्पर हैं.”
पाप का घड़ा भर चुका था- डीजीएमओ
वहीं DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि यह ऑपरेशन क्यों जरूरी था. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. राजीव घई ने कहा कि पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक. पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था.
उन्होंने कहा कि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले LOC और IB को पार किए बना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी. जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए.
