Dowry Death in Jammu and Kashmir: एक बेटी की मौत का बदला उसके मायके वालों ने कुछ इस तरह लिया कि ससुराल का आंगन ही श्मशान बन गया. ये दिल दहलाने वाली घटना जम्मू-कश्मीर के रामनगर की है, जहां एक परिवार ने अपनी बेटी की शादी बड़े धूमधाम से की थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. शादी के कुछ ही समय बाद बेटी की लाश घर लौट आई.
दहेज़ की आग
जम्मू के रामनगर में रहने वाली 27 साल की शालू की शादी बड़े अरमानों के साथ हुई थी. लेकिन ससुराल वालों की दहेज़ की भूख ने उसकी जिंदगी तबाह कर दी. आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे लगातार दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था. मार-पीट अब रोज की बात हो गई थी. आखिरकार, एक दिन शालू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
जैसे ही यह खबर शालू के मायके वालों को मिली, उन पर ग़म का पहाड़ टूट पड़ा. दुख, गुस्सा और बदला लेने की आग में जलते हुए वे शालू के ससुराल पहुंचे.
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आंगन बना श्मशान, पलंग-सोफा बना चिता
मायके वालों ने शालू के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट जाने की बजाय एक ऐसा फैसला लिया जिसने पूरे गांव को सकते में डाल दिया. उन्होंने शालू की शादी में दिए गए सारे दहेज़ के सामान को आंगन में इकट्ठा किया और उसी पर शालू की लाश रखकर आग लगा दी.
पूरे गांव के सामने बेटी के ससुराल का आंगन श्मशान में तब्दील हो गया. यह दर्दनाक मंजर देखकर हर कोई हैरान था. चारों ओर सिर्फ रोने-बिलखने की आवाजें थीं. फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर शालू के ससुराल वालों को हिरासत में ले लिया है और जांच जारी है.
