Delhi-NCR Traffic Advisory: दिल्ली-NCR में लगातार बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. इससे राजधानी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है, स्कूलों को बंद कर दिया गया है, और पुराने लोहे के पुल पर यातायात रोक दिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है, जबकि लोगों से सुरक्षित रहने और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील की गई है.
यमुना का बढ़ा जलस्तर
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 2 सितंबर को 206.22 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है. हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है. मंगलवार सुबह 9 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर 205.81 मीटर दर्ज किया गया और अनुमान है कि यह शाम तक 206.50 मीटर तक पहुंच सकता है. यमुना बाजार, मजनू का टीला, बुराड़ी, और मयूर विहार जैसे निचले इलाकों में पानी घुस गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
नोएडा और गाजियाबाद में बाढ़ का अलर्ट
नोएडा और गाजियाबाद में भी यमुना और हिंडन नदियों के बढ़ते जलस्तर ने खतरे की घंटी बजा दी है. गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में जलस्तर 211.05 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 212 मीटर के करीब है. नोएडा के जेवर और रबूपुरा जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जहां प्रशासन ने पांच बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं. गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में डूब क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है और नोएडा में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल को खाली कराया जा रहा है.
स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाएं शुरू
यमुना के बढ़ते जलस्तर और भारी बारिश के कारण नोएडा, गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. गुरुग्राम में भी प्रशासन ने स्कूलों और कार्यालयों को ऑनलाइन मोड में संचालित करने के निर्देश दिए हैं ताकि लोगों को आवागमन में परेशानी न हो. दिल्ली में सिविल लाइंस, शहादरा (दक्षिण), और शहादरा (उत्तर) जोन के निचले इलाकों में स्कूल बंद किए गए हैं, और ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं.
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पुराने लोहे के पुल (लोहा पुल) को 2 सितंबर की शाम 4 बजे से अगले आदेश तक यातायात और आम जनता की आवाजाही के लिए बंद कर दिया. ट्रैफिक को हनुमान सेतु, राजा राम कोहली मार्ग और गीता कॉलोनी रोड जैसे वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से पुराने लोहे के पुल और आसपास के इलाकों से बचने, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने और यात्रा के लिए पर्याप्त समय लेकर चलने की अपील की है. गाजियाबाद में भी लोनी से गुजरने वाली कुछ ट्रेनें प्रभावित हुई हैं और कई ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है.
प्रशासन की तैयारियां
दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं. दिल्ली में छह सरकारी एजेंसियां- सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल बोर्ड, शहरी विकास, एमसीडी, और राजस्व विभाग- 24×7 ड्यूटी पर हैं. निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है और यमुना बाजार, मयूर विहार, और बुराड़ी जैसे क्षेत्रों में राहत शिविर और अस्थाई टेंट लगाए गए हैं. गाजियाबाद और नोएडा में आपदा प्रबंधन टीमें, एनडीआरएफ, और बोट्स तैनात की गई हैं. बागपत में 12 बाढ़ चौकियां सक्रिय की गई हैं और तटबंधों की निगरानी की जा रही है.
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सावधानी बरतने की अपील
प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने, तैरने से बचने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को तुरंत खाली करने की अपील की है. मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है. लोगों से सावधानी बरतने, प्रशासन के निर्देशों का पालन करने, और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है.
