Jharkhand: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को हाउस अरेस्ट किया गया है. भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आदिवासियों के प्रदर्शन को देखते हुए ये कार्रवाई की गई है. उनके बेटे बाबू लाल सोरेन और उनके समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है. चंपई सोरेन ने खुद ट्वीट करके ये जानकारी दी.
चंपई सोरेन रिम्स 2 जमीन विवाद को लेकर रांची में हल चलाने वाले थे, जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी पहुंच रहे थे. पुलिस ने बताया की कानून व्यवस्था को देखते हुए नजरबंद किया गया है.
‘चंपई सोरेन को नजरबंद करना लोकतंत्र की हत्या है‘
झारखंड में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने चंपई सोरेन को नजरबंद होने को लेकर हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘चंपई सोरेन को घर में पुलिस द्वारा नजरबंद किए जाने की सूचना है. यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है. विपक्ष का धर्म है कि वह जनता के साथ खड़ा हो और उनके अधिकारों की रक्षा करे. भारतीय जनता पार्टी, झारखंड में एक सशक्त विपक्ष के रूप में हमेशा आदिवासी समाज के हक की लड़ाई लड़ रही है. हेमंत सरकार कान खोलकर सुन ले, आदिवासियों की एक इंच जमीन भी लूटने नहीं दी जाएगी. भाजपा हर परिस्थिति में आदिवासी समाज के अधिकार और उनकी जमीन की रक्षा करेगी.’
पूर्व मुख्यमंत्री श्री @ChampaiSoren जी को घर में पुलिस द्वारा नज़रबंद किए जाने की सूचना है। यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। विपक्ष का धर्म है कि वह जनता के साथ खड़ा हो और उनके अधिकारों की रक्षा करे। भारतीय जनता पार्टी, झारखंड में एक सशक्त विपक्ष के रूप में हमेशा आदिवासी समाज के…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 24, 2025
किसानों की जमीन पर विवाद
किसानों की जमीन को लेकर विवाद है. कल यानी 23 अगस्त को चंपई सोरेन ने ऐलान किया था कि वो 24 अगस्त तक को नगड़ी में किसानों की जमीन पर हल चलाएंगे. चंपई का कहना है कि अगर रिम्स बनाना है तो किसानों की खेती की जमीन का इस्तेमाल क्यों हो रहा है. अगर अस्पताल बनाना है तो बंजर जमीन का इस्तेमाल किया जाए.
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