कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार को भोपाल के दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने पीएम मोदी पर पाकिस्तान से सीजफायर को लेकर तीखा हमला बोला था. राहुल गांधी ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर को लेकर पीएम मोदी पर सरेंडर करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा ने कांग्रेस नेता के बयान पर कहा कि पहली बार राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है जिसे न पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने ही बोला और न किसी आतंकी संगठन ने बोला. भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इनमें से किसी ने भी नहीं कहा कि भारत ने ‘सरेंडर’ किया है.
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “एक तरफ भारत के द्वारा भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के तमाम पार्टियों के सांसद, जिसमें कांग्रेस के सांसद भी हैं, वे दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत के पक्ष को गंभीरता के साथ और पूरे राष्ट्र की एकजुटता के साथ रख कर वापस आ रहे हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस के स्वघोषित, स्वनामधन्य और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी निहायत ओछी, स्तरहीन बातें करके विश्व को यह बता रहे हैं कि नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के बाद भी उनके अंदर गंभीरता और नेता प्रतिपक्ष की परिपक्वता का घोर अभाव है.”
राहुल ने सेना का किया अपमान- भाजपा
भाजपा के राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस नेता पर हमला बोलते हुए कहा, “यह विषय सिर्फ उनकी अपरिपक्वता का नहीं है बल्कि विषय उससे कहीं गंभीर है… उन्होंने (राहुल गांधी) जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का विवरण दिया है, उसे ‘सरेंडर’ से तुलना करना यह दर्शाता है कि यह मानसिकता कितनी खतरनाक हो सकती है. पहली बार राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है जिसे पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भी नहीं बोला, पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन ने भी नहीं बोला… इसमें से किसी ने ये शब्द नहीं बोले हैं कि भारत ने ‘सरेंडर’ किया है. इसके बावजूद यदि वे ऐसा कह रहे हैं तो मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वे उन लोगों से आगे जाना चाहते हैं? राहुल गांधी का ये बयान सेना का सरासर अपमान है.”
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा भारतीय सेना ने की है, भाजपा ने नहीं की. उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि आप ने सरेंडर शब्द बोलकर सेना का अपमान किया या नहीं?”
भाजपा ने गिनाए कांग्रेस के ‘सरेंडर’
‘सरेंडर’ वाले बयान पर भाजपा सांसद ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपने न जाने इतिहास में क्या-क्या सरेंडर कर दिया, क्या आप (राहुल गांधी) बताएंगे. 1948 में कश्मीर का हिस्सा सरेंडर कर दिया. आपके कारनामें देखें तो कैलेंडर – सरेंडर से भरा हुआ है.’
सुधांशु त्रिवेदी ने एक-एक करके कई घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि तब कांग्रेस ने कैसे ‘सरेंडर’ किया था. उन्होंने कहा, ‘1948 पीओके को पाकिस्तान को दे दिया वो सरेंडर था. 1960 में सिंधु का 80 फीसदी पानी पाकिस्तान को सरेंडर कर दिया. 1962 में अक्साई चीन को सरेंडर कर दिया. 1971 में पीओके क्यों छोड़ दिया? 93 हजार प्रिजनर ऑफ वॉर को लौटा दिया, जबकि हमारे 54 सैनिकों को सरेंडर कर दिया. 1996 में पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का स्टेटस दिया..वो सरेंडर था. 2009 में मनमोहन सरकार ने शर्म अल शेख में कहा कि कंपोजिट डायलॉग नहीं रुकेगा. वो सरेंडर था. 2011 में राहुल गांधी ने Impossible to stop terrorism कहा…वो सरेंडर था.’
मोहन यादव ने भी राहुल गांधी पर साधा निशाना
वहीं एमपी के सीएम मोहन यादव ने भी राहुल गांधी के बयान पर तीखा हमला बोला और कहा कि उनको बुद्धि का सृजन करना चाहिए. मोहन यादव ने राहुल गांधी के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उनको माफी मांगनी चाहिए. एमपी के सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को संगठन सृजन नहीं अपनी बुद्धि का सृजन करना चाहिए, इसीलिए लोग उन्हें ‘पप्पू’ कहते हैं.’
मोहन यादव ने कहा, ‘देश ने देखा है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना ने कैसे पाकिस्तान की हालत खराब की. उन्हीं के दल के सांसद दुनिया भर में जाकर इसके बारे में बात कर रहे हैं. इतने बड़े व्यक्तित्व के सामने वे (राहुल गांधी) जिस भाषा का उपयोग कर रहे हैं, मेरे मन में उसे लेकर निराशा है. उन्हें माफी मांगनी चाहिए. बहुत दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि कांग्रेस इसकी कीमत चुकाएगी.’
राहुल गांधी के किस बयान पर मचा बवाल?
संगठन सृजन अभियान के तहत मंगलवार को जब राहुल गांधी भोपाल पहुंचे, तो यहां कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करने के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘1971 में इंदिरा गांधी ने कहा था-मुझे जो करना है करूंगी. इन लोगों को आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है और ये इनका कैरेक्टर है. कांग्रेस सरेंडर नहीं करती, हमारे लोग सुपर पावर से लड़ने वाले लोग हैं.”
राहुल ने कहा, ‘मैं BJP-RSS वालों को बहुत अच्छे से जानता हूं, थोड़ा धक्का मारो तो ये लोग डरकर भाग जाते हैं. उधर से ट्रंप ने इशारा किया और कहा- ‘मोदी जी क्या कर रहे हो…नरेंद्र…सरेंडर… और ‘जी हजूर’ करके नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया.’ राहुल गांधी के इस बयान पर अब सियासी पारा हाई है.
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पाक डीजीएमओ ने किया था सीजफायर के लिए कॉल
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने पहले दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मनाया. उसके इसके पीछे उन्होंने व्यापार बढ़ाने की चर्चा का हवाला दिया था. ट्रंप के इस बयान को भारत की तरफ से तुरंत खारिज कर दिया गया था और साफ किया गया था कि यह सीजफायर पाकिस्तान की पहल पर किया गया था. एमईए, सीडीएस और विदेश मंत्री जयशंकर ने भी अपने बयान में ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए कई दफे कहा है कि जब भारत के एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान के एयरबेस तबाह होने लगे तो मजबूरन पाकिस्तान के डीजीएमओ ने 10 मई को दोपहर 3.30 बजे अपने भारतीय समकक्ष से बात की थी और फिर दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी.
कांग्रेस को भारत नहीं, ट्रंप के बयान पर ज्यादा भरोसा!
लेकिन, कांग्रेस पार्टी भारत सरकार के बयान को नजरअंदाज कर रही है और ट्रंप के बयान का हवाला देकर लगातार पीएम मोदी और भाजपा पर हमलावर है. हालांकि, इसी पार्टी के कई नेता सार्वजनिक मंच पर पीएम मोदी की रणनीति और पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई की जमकर तारीफ कर चुके हैं. यहां तक कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर विदेशों में पाकिस्तान को बेनकाब करते रहे हैं. जबकि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने शशि थरूर को भी आड़े हाथों लेने की कोशिश की है.
