Fake Diplomat Harshvardhan Jain: आपने कभी सोचा है कि कोई शख्स फर्जी कागजात और पहचान के दम पर कितनी आलीशान जिंदगी जी सकता है? गाजियाबाद में एक ऐसे ही शातिर दिमाग वाले ठग का पर्दाफाश हुआ है, जिसने खुद को राजनयिक बताकर लोगों को करोड़ों का चूना लगाया और एक हाई-फाई लाइफस्टाइल जी रहा था. जब गिरफ्तारी के बाद हर्षवर्धन जैन से पूछताछ की गई तो उसने कई राज उगले.
किराए की कोठी में बना डाली ‘फर्जी एंबेसी’
पुलिस ने गाजियाबाद के कवि नगर से हर्षवर्धन जैन नाम के एक हवाला कारोबारी को गिरफ्तार किया है. चौंकाने वाली बात ये है कि इस शख्स ने एक किराए की कोठी में चार-चार फर्जी देशों की एंबेसी बना रखी थी.इसका मकसद था लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगना और हवाला के जरिए काला पैसा इधर से उधर करना. पुलिस को उसके पास से नकली पासपोर्ट, स्टैंप, भारतीय और विदेशी करेंसी के साथ-साथ कई महंगी गाड़ियां और घड़ियां भी मिली हैं.
ऐशो-आराम की जिंदगी का शौकीन
हर्षवर्धन जैन को देखकर कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह एक अपराधी है. उसे महंगी चीजों और ऐशो-आराम का बेहद शौक था. वह अक्सर दुबई, दक्षिण अफ्रीका, पेरिस, लंदन और सऊदी अरब जैसे देशों में घूमने जाता था. फाइव स्टार होटलों में रुकना और महंगी कारों में चलना उसकी पहचान थी. राजनयिक सूट पहनकर वह इतना असली लगता था कि कोई उसे नकली समझ ही नहीं पाता था. इसी आड़ में वह शेल कंपनियों के जरिए हवाला का करोड़ों रुपया विदेशों तक पहुंचाता था.
मंत्रालयों तक VIP एंट्री!
एसटीएफ (STF) की कार्रवाई के बाद एटीएस (ATS) ने हर्षवर्धन से ढाई घंटे तक पूछताछ की. शुरुआती दौर में उसने एजेंसी को गुमराह करने की खूब कोशिश की, लेकिन बाद में कई राज उगले. उसने बताया कि दिल्ली के कई मंत्रालयों में उसकी सीधी एंट्री थी. वह अलग-अलग लग्जरी गाड़ियों से वीआईपी की तरह मंत्रालयों में पहुंचता था. उसने दावा किया कि उसकी गाड़ी को आज तक किसी शहर में रोका नहीं गया और न ही किसी ने उसे फर्जी समझा. हर्षवर्धन ने यह भी बताया कि उसने फ्रांस से पीएचडी और लंदन से एमबीए की डिग्री ली है. शायद इसी वजह से उसकी पहुंच ब्यूरोक्रेसी में कुछ अधिकारियों तक हो गई थी, जिससे उसे एंट्री में कभी कोई दिक्कत नहीं आई.
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करोड़ों की घड़ियां और बेशकीमती कारें बरामद
जब पुलिस ने हर्षवर्धन के घर की तलाशी ली, तो जो मिला वह आंखें चौंधिया देने वाला था. एक अलमारी से 12 विदेशी घड़ियां मिली हैं, जिनकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है. घर के बाहर खड़ी 4 लग्जरी कारों में मर्सिडीज और हुंडई की दो सोनाटा कारें शामिल थीं. इसके अलावा, उसके पास से 44 लाख रुपये की भारतीय और अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोपीय करेंसी भी मिली है, जिसके दस्तावेज वह पेश नहीं कर सका.
पत्नी का बड़ा कारोबार, 12वीं में पढ़ रहा बेटा
पूछताछ में यह भी पता चला कि हर्षवर्धन जैन की पत्नी का दिल्ली के चांदनी चौक के पास सोने और चांदी का एक बड़ा कारोबार है. परिवार में उनका एक बेटा भी है, जो गाजियाबाद के एक प्राइवेट स्कूल में 12वीं की पढ़ाई कर रहा है. हर्षवर्धन जैन का यह पूरा मामला एक बड़ा सबक है कि कैसे कुछ लोग अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करके सिस्टम की आंखों में धूल झोंकते हैं और समाज को नुकसान पहुंचाते हैं. पुलिस अब इस पूरे रैकेट की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
