Chamoli Cloudburst: उत्तराखंड के चमोली जिले के देवाल क्षेत्र में गुरुवार देर रात बादल फटने की घटना ने मोपाटा गांव में भारी तबाही मचा दी. मूसलाधार बारिश के साथ आए मलबे ने कई घरों और गोशालाओं को नष्ट कर दिया, जिसमें दो लोग लापता हो गए हैं और कई पशुओं की मौत की आशंका है. इस आपदा के कारण बदरीनाथ हाईवे पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे यातायात ठप हो गया है. प्रशासन और आपदा प्रबंधन की कई टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
बादल फटने से मचा हाहाकार
चमोली जिले के देवाल क्षेत्र के मोपाटा गांव में गुरुवार देर रात करीब 2 से 2:30 बजे के बीच बादल फटने की घटना हुई. तेज बारिश के साथ आए मलबे ने गांव में कई मकानों और गोशालाओं को अपनी चपेट में ले लिया. इस आपदा में तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हो गए हैं, जबकि विक्रम सिंह और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, मलबे में 15 से 20 पशुओं के दबने की आशंका है, जिससे पशुपालकों में गहरी चिंता और शोक का माहौल है.
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— Vistaar News (@VistaarNews) August 29, 2025
बदरीनाथ हाईवे पर यातायात ठप
बादल फटने के बाद आए मलबे ने बदरीनाथ हाईवे को चटवा पीपल के पास पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है. इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है. प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है. चमोली जिले में भारी बारिश के कारण कई अन्य सड़कें भी बंद हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में चुनौतियां बढ़ रही हैं.
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर
घटना की सूचना मिलते ही चमोली जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन टीम, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं. चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश और मलबा हटाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है. प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया है. स्थानीय प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, इस संबंध में निरंतर…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 29, 2025
मुख्यमंत्री ने जताई संवेदना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आपदा पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने अपने आधिकारिक X हैंडल पर लिखा- ‘चमोली के देवाल और रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में बादल फटने से मलबा आने की वजह से कुछ परिवार फंसे हैं. मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं और बचाव कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.’ उन्होंने प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए.
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बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा बरकरार
मौसम विभाग ने चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और अल्मोड़ा जिलों में अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश और लैंडस्लाइड का अलर्ट जारी किया है. नागरिकों को नदियों और जलाशयों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है. चमोली जिले में हाल के दिनों में यह दूसरी बड़ी आपदा है, जिसने क्षेत्रीय प्रशासन और स्थानीय लोगों के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी की हैं.
