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Sharda University में बीडीएस छात्रा ज्योति के सुसाइड केस में डायरी से खुलेंगे कई राज! प्रोफेसरों पर प्रताड़ना का है आरोप

Sharda University Suicide Case

ज्योति के सुसाइड केस में पुलिस को मिली डायरी

Sharda University: ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित शारदा यूनिवर्सिटी (Sharda University) के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में 18 जुलाई को बीडीएस दूसरे वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. ज्योति, जो गुरुग्राम की रहने वाली थी उसने अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर जान दे दी. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट और एक डायरी मिली है. इसमें ज्योति ने यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसरों और प्रबंधन पर मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं.

डायरी और सुसाइड नोट में खुलासा

ज्योति की डायरी में उसने अपनी प्रताड़ना की कहानी विस्तार से लिखी थी. इस डायरी को लेकर पुलिस का मानना है कि इससे बड़े खुलासे हो सकते हैं. वहीं ज्योति के दोस्तों के मुताबिक, एक प्रोफेसर ने ज्योति को उसके लंबे बालों के लिए डांटा और बाल कटवाने का दबाव बनाया, जिसके बाद उसने अपने बाल कटवा लिए. इसके बावजूद, प्रोफेसर द्वारा उसे लगातार ताने मारे जाते थे. सुसाइड नोट में ज्योति ने लिखा- ‘अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए PCP और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे. महेंद्र सर और शैरी मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, मुझे अपमानित किया. मैं उनकी वजह से लंबे समय से डिप्रेशन में हूं.’

परिजनों और छात्रों का आक्रोश

ज्योति की आत्महत्या की खबर फैलते ही यूनिवर्सिटी में हंगामा मच गया. परिजनों और छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और गंभीर आरोप लगाए. ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने बताया कि उनकी बेटी ने पहले भी फैकल्टी द्वारा उत्पीड़न की शिकायत की थी. सोमवार को वे डीन और एचओडी से मिले थे, जिन्होंने आश्वासन दिया था कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा, लेकिन उत्पीड़न जारी रहा. ज्योति की मां सुनीता ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या हो सकती है, और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शव को बिना सूचना के फंदे से उतारकर बेडशीट में लपेटकर अस्पताल पहुंचाया. मां ने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी में पहले भी दो छात्राओं ने आत्महत्या की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही

छात्रों और परिजनों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए. उनका कहना है कि ज्योति की मौत के बाद चार घंटे तक किसी को सूचित नहीं किया गया. शव को बेडशीट में लपेटकर और घसीटकर अस्पताल ले जाया गया और उसे स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं कराया गया. प्रदर्शन के दौरान ज्योति की मां ने गुस्से में हेड ऑफ डिपार्टमेंट को थप्पड़ जड़ दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

पुलिस की कार्रवाई

नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो प्रोफेसरों, महेंद्र और शैरी, को गिरफ्तार कर लिया है. डीन समेत सात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने डायरी को जांच के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच कर रही है. एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

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यूनिवर्सिटी का बयान

शारदा यूनिवर्सिटी के चांसलर पी.के. गुप्ता ने कहा कि मामले की आंतरिक जांच की जा रही है. प्रारंभिक जांच में डीन ने बताया कि ज्योति ने एक टेस्ट की कॉपी में प्रोफेसर के फर्जी हस्ताक्षर किए थे, जिसके लिए उसे टोका गया और परिजनों को सूचित किया गया था. यूनिवर्सिटी ने दोनों आरोपी प्रोफेसरों को निलंबित कर दिया है और पुलिस जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है.

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