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पाकिस्तान की गोलाबारी में जम्मू-कश्मीर के रिहायशी घर तबाह, कई परिवार हुए बेघर

Jammu-Kashmir

जम्मू-कश्मीर में कई घर तबाह

IND-PAK Tension: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और PoK के 9 आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक से तबाह कर दिया है. भारत की कार्रवाई से बौखलाया हुआ पाकिस्तान अब भारत के रिहायशी इलाकों में गोलीबरी कर रहा है. जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तान की ओर से की गई ताबड़तोड़ गोलाबारी ने सीमावर्ती इलाकों में दहशत और तबाही मचाई है.

पाकिस्तान के इस हमले में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के 60 साल के मजदूर चुन्नी लाल का घर पूरी तरह नष्ट हो गया, जिससे उनके 8 सदस्यों का परिवार बेघर हो गया. इतना ही नहीं करियान गांव में नवविवाहित जोड़े अपने घरों के पास हुई गोलाबारी से दहशत में हैं.

राजौरी का चुन्नी लाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गोलाबारी शुरू होने से कुछ क्षण पहले ही वे अपने परिवार के साथ घर से निकले थे. घर छोड़ने के तुरंत बाद ही पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी शुरू हो गई. घर मलबे में तब्दील हो गया है. परिवार भूखा-प्यासा आश्रय की तलाश में भटकने को मजबूर है.

शैक्षणिक संस्थान बने अस्थायी आश्रय शिविर

इधर, पाकिस्तानी सेना की इस कार्रवाई ने राजौरी और पुंछ जिलों में काफी नुकसान पहुंचाया है. गोलीबारी के बाद दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई नागरिक घायल भी हुए हैं. स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए आपातकालीन आश्रयों की व्यवस्था शुरू की है. पुंछ और राजौरी में शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी आश्रय शिविर बनाया गया है. यहां भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.

राजौरी के करियान गांव में भी घरों के ऊपर संदिग्ध ड्रोन आसमान में दिखें. जिन्हें भारतीय डिफेंस सिस्टम ने तुरंत नष्ट किया. इस घटना ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि गोलाबारी रात 1 बजे शुरू हुई और सुबह तक जारी रही, जिससे कई घर मलबे में तब्दील हो गए.

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राहत कार्य में जुटी प्रशासन

जम्मू-कश्मीर की प्रशासन आपातकालीन व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रही है. उन्होंने प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत और पुनर्वास का आश्वासन दिया. प्रशासन ने घायलों के लिए चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाई हैं और सीमावर्ती गांवों से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.

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