Vistaar NEWS

भारत की अर्थव्यवस्था ने मारी लंबी छलांग, ट्रंप के टैरिफ को दिखाया ठेंगा!

Indian economy growth

भारत की जीडीपी ने 7.8% की शानदार वृद्धि दर्ज की

India GDP Growth: भारत की अर्थव्यवस्था ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ने 7.8% की शानदार वृद्धि दर्ज की है. ये आंकड़ा न सिर्फ पिछले पांच तिमाहियों में सबसे बेहतरीन है, बल्कि इसने सभी अनुमानों को धूल चटा दी है. जहां दुनिया डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की धमकियों से परेशान है, वहीं भारत ने न सिर्फ इनका मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि अपनी आर्थिक ताकत का लोहा भी मनवाया. आइये जानते हैं कि आखिर भारत ने ये कमाल कैसे किया है.

इन क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत की रियल जीडीपी इस तिमाही में 47.89 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 44.42 लाख करोड़ रुपये थी. यानी 7.8% की उछाल. अगर नॉमिनल जीडीपी की बात करें तो ये 86.05 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो पिछले साल 79.08 लाख करोड़ थी, यानी 8.8% की बढ़ोतरी. खेती-बाड़ी, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज जैसे क्षेत्रों ने इस बार गजब का प्रदर्शन किया.

कृषि क्षेत्र: इस बार कृषि क्षेत्र में 3.7% की वृद्धि हुई, जो पिछले साल की 1.5% से कहीं ज्यादा है. अच्छी फसलों और बेहतर नीतियों ने किसानों का हौसला बढ़ाया.

मैन्युफैक्चरिंग: कारखानों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. इस सेक्टर में 7.7% की बढ़ोतरी हुई, जो पिछले साल 7.6% थी. यानी, ‘मेक इन इंडिया’ का जोश बरकरार है.

सर्विसेज: व्यापार, होटल, परिवहन और संचार जैसे क्षेत्रों ने 8.6% की उछाल मारी, जो पिछले साल 5.4% थी. वित्तीय और रियल एस्टेट सेवाओं ने तो 9.5% की शानदार वृद्धि दर्ज की.

लोक प्रशासन और रक्षा: इस क्षेत्र ने भी 9.8% की बढ़ोतरी के साथ सबको प्रभावित किया, जो पिछले साल 9% थी.

हालांकि, खनन क्षेत्र में 3.1% की गिरावट जरूर आई, लेकिन बाकी सेक्टर्स के दमदार प्रदर्शन ने इस कमी को बखूबी पूरा कर दिया.

यह भी पढ़ें: ‘जितनी गालियां दोगे उतना कमल खिलेगा’, शाह ने पीएम मोदी की मां को कहे अपशब्द पर कांग्रेस और राहुल को घेरा

दुनिया को भारत का जवाब

जब दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं ट्रंप के टैरिफ की चिंता में डूबी हैं, भारत ने अपनी ग्रोथ की रफ्तार से सबको हैरान कर दिया. इस तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि सिर्फ 5.2% रही, जबकि भारत ने 7.8% की दर से बाजी मारी. ये आंकड़े बताते हैं कि भारत न सिर्फ सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों के सामने भी डटकर मुकाबला कर रहा है.

क्या है इस कामयाबी का राज?

इस शानदार प्रदर्शन के पीछे कई कारण हैं. सरकार की नीतियां, किसानों की मेहनत और उद्योगों का जोश इसकी बुनियाद हैं. इसके अलावा, वैश्विक निवेशकों का भारत पर बढ़ता भरोसा भी बड़ा रोल निभा रहा है. मानसून की मेहरबानी और कृषि क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल भी इस बार ग्रोथ को रफ्तार देने में मददगार रहा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर भारत इसी रफ्तार से आगे बढ़ा, तो आने वाले सालों में वैश्विक मंच पर उसकी बादशाहत और मजबूत होगी. हालांकि, खनन जैसे क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं पर भी नजर रखनी होगी. लेकिन अभी तो भारत की अर्थव्यवस्था का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है.

Exit mobile version