India Got Latent Controversy: भारत के चर्चित कॉमेडी रिएलिटी शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ को लेकर उठे विवाद ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है. शो में की गई अपमानजनक टिप्पणियों पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने यूट्यूबर्स रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, और अपूर्वा मुखीजा समेत अन्य को समन जारी किया था. सोमवार को एनसीडब्ल्यू के ऑफिस में इन यूट्यूबर्स के खिलाफ सुनवाई होनी थी, लेकिन सभी नहीं पहुंचे, जिससे सुनवाई को री-शेड्यूल करना पड़ा.
सुनवाई में नहीं पहुंचे यूट्यूबर्स
यूट्यूबर्स रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, अपूर्वा मुखीजा और आशीष चंचलानी को 17 फरवरी को एनसीडब्ल्यू में सुबह 12 बजे पेश होने का समन भेजा गया था. लेकिन किसी भी यूट्यूबर ने व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में भाग नहीं लिया. इन यूट्यूबर्स ने व्यक्तिगत सुरक्षा, यात्रा प्रतिबद्धताओं और अन्य कारणों का हवाला देते हुए सुनवाई में भाग नहीं लिया. इसके चलते एनसीडब्ल्यू ने सुनवाई को री-शेड्यूल किया और नई तारीखों की घोषणा की.
रणवीर अल्लाहबादिया की स्थिति
रणवीर अल्लाहबादिया ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी और बताया कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. इस कारण उन्होंने सुनवाई को तीन सप्ताह के लिए टालने का अनुरोध किया. आयोग ने उनकी सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए सुनवाई को 6 मार्च 2025 तक टाल दिया है.
अपूर्वा मुखीजा और समय रैना का रुख
अपूर्वा मुखीजा ने भी सुरक्षा कारणों से वर्चुअल सुनवाई का अनुरोध किया था. उन्होंने बताया कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, वे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को तैयार हैं. उनकी अगली सुनवाई भी 6 मार्च 2025 को होगी. वहीं, समय रैना, जो फिलहाल अमेरिका में हैं, अपनी मौजूदगी नहीं दे सके. उन्हें 11 मार्च 2025 को सुनवाई में शामिल होने का समन भेजा गया है.
अगली सुनवाई की तारीखें
समय रैना के अलावा, यूट्यूबर्स आशीष चंचलानी और अन्य को भी सुनवाई के लिए मार्च 2025 में फिर से समन भेजा गया है. यह मामला इसलिए भी ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यह शो और इसके प्रतिभागियों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है, जहां उनकी टिप्पणियों को अपमानजनक माना गया है. यह विवाद अब एक कानूनी लड़ाई में बदल चुका है, और एनसीडब्ल्यू की अगली सुनवाई के बाद ही इस मामले की दिशा साफ हो पाएगी.
इसके इतर इंडियाज़ गॉट लेटेंट मामले में महाराष्ट्र साइबर पुलिस की जांच चल रही है. महाराष्ट्र साइबर पुलिस इस शो के पूरे 18 एपिसोड की जांच कर रही है. इन 18 एपिसोड में जितने ज्यूरी आये थे, उनमें से जितने लोगों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, उनके खिलाफ भी करवाई की जाएगी. इस शो में जो ऑडिएंस आये थे, उनका बयान विटनेस के तौर पर दर्ज किया जाएगा. इसमें जितने लोगों ने पार्टिसिपेट किया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उनके खिलाफ भी करवाई की जाएगी. इससे पहले साइबर पुलिस के सामने बयान दर्ज कराने अपूर्वा पहुंची थी.
अपूर्वा मखीजा और आशीष चंचलानी का बयान
अपूर्वा मखीजा और आशीष चंचलानी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा था कि यह शो स्क्रिप्टेड नहीं रहता है. शो में जजों को ,पार्टिसिपेंट्स को बता दिया जाता है कि आप खुलकर बात करें. इंडियाज गॉट लेटेंट में जजों को कोई भी पेमेंट नहीं दिया जाता. हालांकि शो के कंटेंट जजों को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की आज़ादी रहती है. इस शो में बतौर दर्शक शामिल होने के लिए टिकट्स लेने पड़ते हैं. टिकट बिक्री से जो पैसे आते हैं, वही शो के विजेता को दे दिया जाता है.
