India-Russia Su-57E Deal: रूस ने भारत को एक बार फिर से भारत को पांचवीं पीढ़ी के Su-57E फाइट जेट का एक्सपोर्ट वेरियंट देने का ऑफर किया है. पाकिस्तान, जिसको इस साल के अगस्त में चीनी जे-35 फिफ्थ जेनरेशन लड़ाकू विमान हासिल करने की संभावना है. ऐसे में रूस से Su-57E फाइटर जेट मिलने पर भारत की स्थिति पाकिस्तान के मुकाबले और मजबूत हो जाएगी. बताया जाता है कि रूस का ये फाइटर जेट कई मामलों में अमेरिका में बने F-16 फाइटर जेट से भी बेहतर माना जाता है. हालांकि डील को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.
5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट को लेकर चर्चा तेज
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद भारत और पाकिस्ताने के बीच तनाव बढ़ गया है. वहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में आधुनिक, खासकर 5वीं पीढ़ी के हथियारों को लेकर चर्चा तेज हो गई है. ऐसे में Su-57E फाइट जेट को लेकर रूस के साथ डील भारतीय वायुसेना को मजबूत कर सकती है.
ये है Su-57E की खासियत
Su-57E पांचवीं पीढ़ी का एक फाइट जेट है. यह Su-57 का एक्सपोर्ट वर्जन है. इसमें स्लील्थ डिजाइन है, जिसकी वजह से आधुनिक रडार से डिटेक्ट कर पाना भी मुश्किल है. इसमें लगने वाली R-37 M मिसाइलें 400 किमी. तक निशाना लगा सकती हैं. रूस का कहना है कि ये राफेल से भी घातक फाइटर जेट है.
रूस सोर्स कोड और टेक्नोलॉजी देने को तैयार
रूस का कहना है कि भारत अगर चाहे तो Su-57E में अपने हिसाब से बदलाव भी कर सकता है. सुखोई फाइटर जेट बनाने वाली कंपनियां भी इसे बना सकती हैं. यहां तक कि रूस इसका सोर्स कोड और टेक्नोलॉजी भी देने के लिए तैयार है. जबकि फ्रांसीसी डिफेंस कंपनी डसॉल्ट एविएशन भारत को राफेल लड़ाकू विमान का सोर्स कोड देने को तैयार नहीं है.
अल्जीरिया से हो गई है रूस की डील!
अल्जीरिया के सरकारी टेलीविजन और रूसी अधिकारियों के बयानों से कुछ ऐसे संकेत मिले हैं कि अल्जीरिया और रूस के बीच Su-57E को लेकर सौदा हो गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अल्जीरिया के पायलट पहले से ही रूस में Su-57E उड़ाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इस साल के अंत तक रूस, कम से कम Su-57E लड़ाकू विमान के 6 यूनिट अल्जीरिया को सौंप देगा.
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