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“करगिल के दौरान भी हमने हाथ मिलाया, खेल की भावना…”, No Handshake मामले में थरूर ने टीम इंडिया को दे डाली नसीहत

Shashi Tharoor

कांग्रेस नेता शशि थरूर

Asia Cup Handshake Controversy: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर है, लेकिन मैदान के बाहर एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बीच हैंडशेक न करने का विवाद सुर्खियों में है. इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने टीम इंडिया को नसीहत दे डाली है. आइए, इस हॉट टॉपिक को करीब से समझते हैं.

क्या है पूरा माजरा?

एशिया कप के सुपर फोर मुकाबले में 21 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं. मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाने से परहेज किया. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ पर अनुचित व्यवहार का आरोप लगाते हुए ICC और मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के पास शिकायत ठोक दी. दूसरी तरफ, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) भी कहां चुप बैठने वाला था? उन्होंने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ पहलगाम को लेकर कथित ‘राजनीतिक बयान’ को लेकर ICC में शिकायत दर्ज कराई.

थरूर का ‘खेल की भावना’ वाला मंत्र

इस तमाम हंगामे के बीच शशि थरूर ने अपनी चिर-परिचित शैली में बयान दिया. उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान से इतनी नाराजगी है तो फिर उनके खिलाफ खेलना ही क्यों? लेकिन जब खेल रहे हो, तो खेल की भावना को जिंदा रखो. हैंडशेक तो बनता है.” थरूर ने 1999 की मिसाल दी, जब करगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिक सीमा पर जान गंवा रहे थे, लेकिन वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के साथ मैदान पर हाथ मिलाया था. उनका कहना था कि क्रिकेट का मैदान जंग का अखाड़ा नहीं, बल्कि खेल भावना का मंदिर है.

थरूर ने दोनों टीमों को आड़े हाथों लिया और कहा कि हैंडशेक न करना और फिर एक-दूसरे पर कीचड़ उछालना खेल भावना की कमी दर्शाता है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “अगर पाकिस्तान ने पहले अपमान का जवाब अपमान से दिया, तो दोनों तरफ से खेल की सज्जनता को थोड़ा और पॉलिश करने की जरूरत है.”

मैदान पर भारत का दबदबा

विवादों से इतर, भारतीय टीम ने मैदान पर पाकिस्तान को दोनों मुकाबलों में धूल चटाई है. अब भारत फाइनल में पहुंच चुका है और रविवार को होने वाले फाइनल में एक बार फिर भारत-पाकिस्तान का महामुकाबला होने की पूरी उम्मीद है. अगर ऐसा हुआ, तो क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह किसी दीवाली-ईद से कम नहीं होगा.

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