CCS Meeting: पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार ने कमर कस ली है. 30 अप्रैल 2025 को पीएम नरेंद्र मोदी के घर पर चार अहम बैठकें हुईं. इनमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक कदमों पर फैसले लिए गए. इससे पहले मंगलवार देर शाम की बैठक में पीएम ने तीनों सेना प्रमुख को कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी थी.
20 मिनट चली CCS की बैठक
कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल शामिल थे. इस बैठक में आतंकियों पर सैन्य कार्रवाई का प्लान बना. हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा को खत्म करने की रणनीति तैयार की गई. मूसा लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े टीआरएफ का सरगना है, और इसी ने पहलगाम में साजिश रची. पीएम ने सेना को पूरी छूट दी कि वो आतंकी ठिकानों पर हमला करे, चाहे वो हवाई हमला हो जैसे बालाकोट या कमांडो ऑपरेशन. कश्मीर में 48 पर्यटक स्थल बंद करने और तुरंत क्विक रिएक्शन टीमें तैनात करने का भी फैसला हुआ.
सीसीपीए की बैठक
कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) में पीएम के साथ नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल जैसे बड़े नेता थे. यहां पाकिस्तान को कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर घेरने की बात हुई. पहले से बंद अटारी बॉर्डर और वीजा रद्द करने जैसे कदमों को और सख्त करने का प्लान बना. पाकिस्तानी दूतावास के स्टाफ को 55 से घटाकर 30 करने की डेडलाइन 1 मई 2025 तय की गई. साथ ही, यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तानी चैनलों पर बैन और व्यापार पूरी तरह रोकने का फैसला हुआ.
वहीं, तीसरी बैठक आर्थिक मोर्चे को लेकर हुई. इस दौरान देश की आर्थिक दिशा पर बातचीत हुई. इसमें पीएम मोदी को यह ब्रीफिंग दी गई कि भारत पाकिस्तान से तनाव के बाद भी कैसे इसी रफ्तार से विकास होगा. अंत में सुपर कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें सभी प्रस्तावों पर चर्चा हुई है. भारत ने इस बार पाकिस्तान को तीन मोर्चे पर घेरने की तैयारी की है. कैबिनेट बैठक में क्या कुछ फैसला हुआ है इसकी जानकारी सरकार की ओर से दी जाएगी.
यह भी पढ़ें: इस्लामी सपने और शैतानी तिकड़ी…जन्नत सा नजर आने वाला कश्मीर कैसे बना साजिशों का अड्डा?
NIA की तेज कार्रवाई
पहलगाम हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की 45 सदस्यीय टीम दिन-रात जुटी है. जांच में कई अहम सुराग मिले हैं. आतंकियों ने मोबाइल पेमेंट ऐप्स का इस्तेमाल किया और स्थानीय आतंकियों की मदद ली. घटनास्थल की वीडियोग्राफी और हर संदिग्ध से पूछताछ जारी है. NIA को आतंकियों के डिजिटल फुटप्रिंट भी मिले हैं, जो इस साजिश को और गहरा करते हैं. इधर, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद 48 पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है, ताकि किसी और हमले को रोका जा सके.
पीएम मोदी का सख्त संदेश
24 अप्रैल को पीएम मोदी ने कहा था, “आतंकियों की बची-खुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है.” उनकी इस बात से साफ है कि भारत अब नरमी नहीं बरतेगा. पहलगाम हमले के बाद 23 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक हमला भी किया था.
