Global Coast Guard Summit: समंदर की लहरों पर राज करने वाले भारत के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. 2027 में हमारा देश दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सुरक्षा सम्मेलन ग्लोबल कोस्ट गार्ड समिट (CGGS) की मेजबानी करेगा. इसका ऐलान हाल ही में रोम में हुए चौथे सीजीजीएस में हुआ, जहां भारत को सर्वसम्मति से यह गौरवशाली मौका मिला.
यह समिट कोई साधारण मीटिंग नहीं, बल्कि समंदर की दुनिया का ‘ओलंपिक’ है. यहां दुनियाभर के कोस्ट गार्ड मिलते हैं, ताकि समुद्री खतरों, जैसे डकैती, प्रदूषण और प्राकृतिक आपदाओं से मिलकर लड़ा जा सके. इस साल रोम में 115 देशों के प्रतिनिधि इकट्ठा हुए थे.
डायरेक्टर जनरल परमेश सिवमणि ने लिया हिस्सा
इस खास कार्यक्रम में भारत के भारतीय कोस्ट गार्ड (ICG) के डायरेक्टर जनरल परमेश सिवमणि ने अपनी टीम के साथ हिस्सा लिया. उन्होंने एक शानदार प्रेजेंटेशन दी, जिसमें बताया गया कि कैसे भारतीय कोस्ट गार्ड आग से घिरे जहाजों को भी बचा लेता है.
ग्लोबल कोस्ट गार्ड समिट 2027 (CGGS) की मेजबानी भारत को सौंपी गई है. इसके लिए चेन्नई को चुना गया. यह मौका इसलिए भी खास है क्योंकि 2027 में भारतीय कोस्ट गार्ड अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाएगा. यानी, यह सिर्फ एक सम्मेलन नहीं, बल्कि भारत की समुद्री शक्ति का एक बड़ा जश्न होगा.
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अनूठा होगा चेन्नई में आयोजित कार्यक्रम
चेन्नई में होने वाला यह तीन दिवसीय आयोजन कई मायनों में अनूठा होगा. यहां दुनियाभर के कोस्ट गार्ड जहाज एक साथ खड़े होकर सलामी देंगे, जिसे इंटरनेशनल कोस्ट गार्ड फ्लीट रिव्यू कहा जाता है. इसके अलावा, विशेषज्ञ एक सेमिनार में नई तकनीकों और समुद्री बचाव के तरीकों पर अपने विचार साझा करेंगे. यह सब मिलकर एक ऐसा माहौल बनाएंगे जहां समुद्री सहयोग और दोस्ती की नई लहरें उठेंगी.
यह कदम भारत के ‘सागर’ विजन को और मजबूत करता है. इससे यह साफ हो गया है कि भारत अब सिर्फ अपने तटों की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि वह वैश्विक समुद्री सुरक्षा में एक सच्चे लीडर की भूमिका निभा रहा है. रोम से चेन्नई तक का यह सफर, भारत की बढ़ती समुद्री महत्वाकांक्षाओं की कहानी कहता है.
