Indian Coast Guard: इंडियन कोस्ट गार्ड ने स्वदेशी जहाज निर्माण की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में 14 फास्ट पेट्रोल वेसल (FPV) परियोजना के तहत दूसरे पोत की कील बिछाने और पांचवें पोत की प्लेट कटिंग का समारोह आयोजित हुआ. साथ ही, गोवा के चौगुले रस्साइम यार्ड में तटरक्षक बल के लिए दूसरे और तीसरे एयर कुशन व्हीकल (ACV) की गर्डर लेइंग सेरेमनी भी सम्पन्न हुई.
इन समारोहों में IG हरमनप्रीत सिंह और IG सुधीर सहनी समेत कई अधिकारी शामिल हुए. इन अत्याधुनिक जहाजों और वाहनों के साथ भारत की समुद्री सुरक्षा शक्ति को नई ऊंचाई मिलने वाली है. 14 FPV प्रोजेक्ट का अनुबंध 24 जनवरी 2024 को किया गया था, जिसमें लगभग 60 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया जा रहा है.
प्रत्येक FPV में मैसर्स त्रिवेणी द्वारा निर्मित गियरबॉक्स और मैसर्स MJP इंडिया द्वारा बनाए गए वॉटर जेट लगाए जा रहे हैं. 340 टन विस्थापन क्षमता वाले ये पोत समुद्री गश्त, तटीय सुरक्षा, खोज और बचाव जैसे अभियानों में अहम भूमिका निभाएंगे. इसके अलावा इनमें AI आधारित प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस सिस्टम और मल्टीपर्पस ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक का भी समावेश किया जा रहा है.
6 ACV के अनुबंध के तहत बनाए जा रहे एयर कुशन वाहन ब्रिटेन के ग्रिफॉन होवरवर्क डिजाइन पर आधारित हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया जाएगा. ये वाहन उच्च गति से गश्त, टोही, रुकावट, इंटरडिक्शन और हर मौसम में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन करने में सक्षम होंगे और आने वाले समय में भारतीय तटरक्षक बल को और अधिक ताकतवर बनाएंगे.
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