Stock Market: इन दिनों शेयर बाजार की स्थिति बिल्कुल भी उत्साहजनक नहीं है. अगर आप भी पिछले कुछ दिनों से स्टॉक मार्केट के बारे में सुन रहे हैं, तो आपने महसूस किया होगा कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बुरी गिरावट आई है. ये गिरावट अब तक 5 दिनों में करीब 3% तक पहुंच चुकी है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. अगर आंकड़ों की बात करें तो, इस दौरान भारतीय निवेशकों ने कुल 17 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेला है! अब सवाल ये उठता है, आखिर इस गिरावट की वजह क्या है और इसका असर किस तरह से पड़ा है?
ट्रंप का टैरिफ थ्रेट!
शेयर बाजार में इस बड़ी गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण है – ट्रंप थ्रेट. जी हां, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और एल्युमीनियम पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो न केवल अमेरिकी बाजारों को, बल्कि वैश्विक बाजारों को भी हिला कर रख दिया है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. इस टैरिफ की वजह से पूरी दुनिया में ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बन गई है, और भारतीय शेयर बाजार भी इससे प्रभावित हो रहा है.
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
सेंसेक्स की बात करें तो, पिछले मंगलवार को यह 1,281.21 अंकों तक गिरकर 76,030.59 अंकों तक पहुंच गया था. एक दिन पहले यह 77,311.80 अंकों पर बंद हुआ था. यानी, सिर्फ एक दिन में सेंसेक्स ने करीब 1,000 अंक खो दिए. 4 फरवरी के बाद से सेंसेक्स में 3.25% की गिरावट आई है, जो कि 2,553.22 अंकों की कमी के रूप में दिख रही है.
निफ्टी भी इस गिरावट से अछूता नहीं रहा. 4 फरवरी के बाद से निफ्टी ने 3.17% तक की गिरावट देखी है. पिछले मंगलवार को निफ्टी 394.95 अंक गिरकर 22,986.65 पर पहुंच गया था. 5 दिनों से निफ्टी लगातार गिरावट की ओर बढ़ रहा है और निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय बन चुका है.
निवेशकों का बड़ा नुकसान
अब बात करते हैं निवेशकों के नुकसान की. BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के मार्केट कैप के आंकड़ों को देखें तो, पिछले कुछ दिनों में भारी गिरावट देखने को मिली है. एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 4,17,82,573.79 करोड़ रुपये था, लेकिन मंगलवार को यह घटकर 4,08,52,922.63 करोड़ रुपये पर आ गया, यानी एक दिन में 9.29 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
4 फरवरी के बाद से पूरे 5 कारोबारी सत्रों में बीएसई का मार्केट कैप 17 लाख करोड़ रुपये घट चुका है, जो कि किसी भी निवेशक के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. यह गिरावट पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है, और निवेशकों के लिए यह एक बड़ा झटका है.
क्या भविष्य में और गिरावट हो सकती है?
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह गिरावट जारी रह सकती है. मुख्य रूप से ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने और वैश्विक व्यापार संघर्ष के कारण बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी. हालांकि, सबकी निगाहें अब नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच होने वाली मुलाकात पर टिकी हुई हैं. यदि यह मुलाकात सकारात्मक रही, तो भारतीय शेयर बाजार में स्थिति बेहतर हो सकती है.
