India’s Real GDP Growth: वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है. देश की वास्तविक जीडीपी दूसरे तिमाही में 8.2% रही, जो बहुत अच्छे संकेत हैं. पिछले वर्ष इसी अवधि में देश की जीडीपी 5.6 फीसदी रही थी. इस लिहाज से देखें तो वर्तमान आंकड़े काफी बेहतर हैं.
जीएसटी रेट कट के बाद ये आंकड़े पूरे नहीं हैं. इनके बावजूद वर्तमान विकास दर उम्मीद से काफी बेहतर हैं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो निजी उपभोग में अच्छी ग्रोथ नजर आई है. दूसरी तिमाही में प्राइवेट फाइनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर 7.9% की दर से बढ़ा है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 6.4% था.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
इसको लेकर पीएम मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “2025-26 की दूसरी तिमाही में 8.2% की जीडीपी वृद्धि दर बेहद उत्साहित करने वाली है. यह हमारी विकासोन्मुखी नीतियों और सुधारों के प्रभाव को दर्शाती है. यह हमारे लोगों की कड़ी मेहनत और उद्यमशीलता को भी दर्शाती है. हमारी सरकार सुधारों को आगे बढ़ाती रहेगी और प्रत्येक नागरिक के लिए जीवन को आसान बनाने के प्रयासों को और मजबूत करेगी.”
टैरिफ के दबाव के बीच जीडीपी उम्मीद से बेहतर
जीडीपी के ये आंकड़े इसलिए भी उत्साहजनक माने जा रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ समय से अमेरिका लगातार भारत पर टैरिफ थोपता रहा है. ट्रंप के ‘टैरिफ बम’ के बाद कई विशेषज्ञों को लगता था कि भारत को इसका व्यापक नुकसान होगा. वहीं निजी निवेश में सुस्ती का दौर रहा है और बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी तक चल रही है. बावजूद इन वैश्विक कारणों के, भारतीय अर्थव्यवस्था सरपट दौड़ी है और दूसरी तिमाही में जीडीपी 8.2% पहुंच गई है. जीडीपी के ये आंकड़े पिछली 6 तिमाही में सबसे ज्यादा हैं. इसके पहले, अप्रैल-जून में जीडीपी 7.8% रही थी.
किन सेक्टर्स में दिखी रफ्तार
| सेक्टर | ग्रोथ रेट |
| फिन और रियल एस्टेट | 10.2% |
| मैन्युफैक्चरिंग | 9.1% |
| सेकेंडरी सेक्टर | 8.1% |
| कंस्ट्रक्शन सेक्टर | 7.2% |
| एग्रीकल्चर सेक्टर | 3.5% |
RBI ने 6.8 फीसदी ग्रोथ का जताया था अनुमान
वहीं एग्रीकल्चर सेक्टर में 3.5% की वृद्धि हुई, जबकि बिजली-गैस और वाटर सप्लाई जैसी उपयोगिताओं में 4.4% की वृद्धि दर्ज की गई. इन क्षेत्रों में ये आंकड़े उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे हैं. हालांकि, रिजर्व बैंक ने 1 अक्टूबर को मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में आर्थिक विकास दर का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% किया था. इसका मतलब ये है कि रिजर्व बैंक के अनुमान से भी बेहतर ग्रोथ दूसरी तिमाही में रही है.
