Vistaar NEWS

अवैध खनन, वायरल कॉल और सियासी ड्रामा…अजित पवार से बहस के बाद चर्चा में आई IPS अंजना कृष्णा की पूरी कहानी

IPS Anjana Krishna

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम से उलझने वाली आईपीएस ऑफिसर अंजना कृष्णा

IPS Anjana Krishna: सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें… ऐसी ही एक सपनों की कहानी है IPS अंजना कृष्णा की, जो केरल के एक साधारण परिवार से निकलकर महाराष्ट्र की ‘शेरनी’ बन गईं हैं. महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में इन दिनों अंजना सुर्खियों में हैं. वजह एक वायरल वीडियो, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से उनकी बहस हो रही है. और तो और, NCP के एक नेता ने UPSC से उनके सर्टिफिकेट की जांच की मांग कर डाली है. आइये जानते हैं कि IPS अंजना कृष्णा की क्या कहानी है…

क्या है पूरा मामला?

31 अगस्त 2025 को सोलापुर के कुर्दु गांव में अवैध मिट्टी और मुरुम खनन के खिलाफ पुलिस की एक संयुक्त टीम कार्रवाई करने पहुंची. इस टीम की अगुवाई कर रही थीं 2023 बैच की IPS अधिकारी अंजना कृष्णा, जो सोलापुर ग्रामीण पुलिस में करमाला डिवीजन की SDPO डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस हैं. कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने अंजना को एक फोन थमाया और कहा, “लो, बात करो.” दूसरी तरफ थे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार. अब यहां से कहानी में ट्विस्ट आता है. अंजना ने पहले कॉलर की पहचान जाननी चाही, तो अजित पवार ने फोन के दूसरी तरफ से कहा, “तुम्हारी इतनी हिम्मत कैसे हुई?” अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

यह भी पढ़ें: एक ही रात में बदल गए अमेरिकी राष्ट्रपति के सुर! ट्रंप ने की तारीफ तो अब पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

अजित पवार का पक्ष

जब मामला तूल पकड़ने लगा, तो अजित पवार ने सफाई दी. उन्होंने कहा, “मेरा पुलिस के प्रति पूरा सम्मान है. मेरा मकसद सिर्फ कानून-व्यवस्था को बनाए रखना था, किसी कार्रवाई में दखल देना नहीं.” उन्होंने कहा कि अवैध खनन जैसे मामलों में सख्त एक्शन होना चाहिए. लेकिन तब तक तो वीडियो ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया था.

NCP नेता ने बढ़ाया ड्रामा

NCP (अजित गुट) के विधायक अमोल मितकरी ने इस मामले को और हवा दी. उन्होंने UPSC को पत्र लिखकर अंजना कृष्णा के शैक्षणिक और जाति प्रमाणपत्रों की जांच की मांग कर डाली. मितकरी ने दावा किया कि अंजना के दस्तावेजों की गहन जांच होनी चाहिए. ये मांग कितनी जायज है, ये तो UPSC की प्रतिक्रिया से ही पता चलेगा, जो अभी तक सामने नहीं आई है.

कौन हैं अंजना कृष्णा?

अंजना कृष्णा कोई साधारण अधिकारी नहीं हैं. केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली अंजना ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 355वीं रैंक हासिल की थी. उनकी स्कूली शिक्षा पूजापुरा के सेंट मैरीज सेंट्रल स्कूल में हुई और उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक किया. उनके पिता एक छोटे व्यापारी हैं, और मां एक कोर्ट टाइपिस्ट. अपनी मेहनत और लगन से अंजना ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की.

इस घटना ने सियासत को भी गर्मा दिया. विपक्ष ने इसे पुलिस के काम में दखल का मामला बताया, तो सत्ता पक्ष ने अजित पवार का बचाव करते हुए कहा कि उनका इरादा सिर्फ स्थिति को शांत करना था. लेकिन इस पूरे ड्रामे में अंजना कृष्णा की निडरता की हर तरफ तारीफ हो रही है.

Exit mobile version