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पैसों वाली लाडली बहना! MP से उठी लहर के बाद कई राज्यों में महिलाओं की हो रही चांदी, बिहार चुनाव में भी हो सकता है असर

Ladli Behna Yojana

प्रतीकात्मक तस्वीर

Ladli Behna Yojana: याद है आपको, कुछ टाइम पहले मध्य प्रदेश में एक कमाल की योजना शुरू हुई थी? इसका नाम था ‘लाडली बहना योजना’. तब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे और उन्होंने बहनों को सीधा पैसा देने का वादा किया था. ये सिर्फ वादा नहीं था, बल्कि बहनों की जिंदगी बदलने की एक पक्की पहल थी. और ये योजना इतनी हिट हुई कि इसने पूरे देश में धूम मचा दी.

आज की तारीख में ये योजना सिर्फ मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी हवा दूसरे राज्यों में भी पहुंच गई है, जहां बहनों को सीधे पैसे मिल रहे हैं. आइए जानते हैं कि अब कितने राज्यों की बहनों को इसका फायदा मिल रहा है.

मध्य प्रदेश से हुई थी शुरुआत!

लाडली बहना योजना की कहानी शुरू होती है मार्च 2023 से, वो भी मध्य प्रदेश में. मकसद साफ था. बहनों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना. इसमें 23 से 60 साल की शादीशुदा महिलाओं को हर महीने 1250 रुपये सीधे उनके बैंक खाते में दिए जाते हैं. छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने में, बच्चों की पढ़ाई में, या फिर अपना छोटा-मोटा काम शुरू करने में ये पैसा काम आता है. गांव हो या शहर, इस योजना ने हर जगह की महिलाओं को सहारा दिया.

चुनावों में भी चला लाडली बहना का जादू!

लाडली बहना इतनी कामयाब हुई कि इसने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भी कमाल कर दिया. शिवराज सरकार ने इसे अपनी सबसे बड़ी जीत बताया, और सच में बहनों के लिए ये एक बड़ा मुद्दा बन गया. इसकी सफलता देखकर दूसरे राज्यों की सरकारों को भी लगा, “ये तो बढ़िया आइडिया है.” और उन्होंने भी अपने-अपने तरीके से ऐसी ही योजनाएं शुरू कर दीं.

अब कितने राज्यों में मिल रहा है बहनों को पैसा?

ये गिनना मुश्किल नहीं है कि ठीक-ठीक ‘लाडली बहना’ जैसी ही योजना कितने राज्यों में चल रही है. लेकिन इतना पक्का है कि इसके ‘आइडिया’ से सीख लेकर कई राज्यों ने अपनी महिलाओं के लिए सीधे पैसे भेजने वाली योजनाएं शुरू कर दी हैं.

मध्य प्रदेश: यहां तो अपनी लाडली बहना योजना चल ही रही है और 1250 रुपये हर महीने आ रहे हैं.

महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना के तहत 21 से 65 साल की पात्र महिलाओं के खातों में हर महीने 1500 रुपये जमा किए जा रहे हैं. अब तक दस किस्तें दी जा चुकी हैं और ग्यारहवीं किस्त का लाभार्थी महिलाएं बेसब्री से इंतजार कर रहीं है.

कर्नाटक: यहां कांग्रेस सरकार ने ‘गृह लक्ष्मी’ योजना चलाई है, जिसमें घर की महिला मुखिया को हर महीने 2000 रुपये मिलते हैं.

तमिलनाडु: यहां DMK सरकार की ‘कलाइग्नार मगलिर उरिमाई थोगई थिट्टम’ है, जिसमें काबिल महिलाओं को 1000 रुपये महीने मिलते हैं.

हिमाचल प्रदेश: कांग्रेस सरकार ने ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ का ऐलान किया है, जिसमें 18 से 60 साल की महिलाओं को 1500 रुपये महीने देने की बात है. अभी ये पूरी तरह से लागू नहीं हुई है.

पश्चिम बंगाल: यहां पहले से ही ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना चल रही है, जिसमें SC/ST महिलाओं को 1000 रुपये और बाकी महिलाओं को 500 रुपये महीने मिलते हैं.

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मध्य प्रदेश में कब आएगी अगली किस्त?

मध्य प्रदेश की लाडली बहनों के लिए खुशखबरी! 25वीं किस्त का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. आज 16 जून सोमवार को मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जबलपुर के बरगी विधानसभा क्षेत्र के बेलखेड़ा गांव से मुख्‍यमंत्री लाडली बहना योजना की 1.27 करोड़ लाभार्थ‍ियों के खाते में 1555.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर करेंगे. इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, संबल योजना और सिलेंडर रिफिलिंग योजना के लाभार्थियों को भी पैसा ट्रांसफर किया जाएगा. खास बात यह है कि अब से सीएम मोहन यादव लाडली बहना को महीने में 1500 रुपये देने जा रहे हैं.

बिहार चुनाव में भी चल सकता है ‘लाडली बहना’ का जादू?

जब लाडली बहना मध्य प्रदेश में इतना कमाल कर सकती है और दूसरे राज्यों में भी इसका असर दिख रहा है, तो बिहार चुनाव में भी इसका असर दिखना तय है. बिहार में महिला वोटर्स की संख्या बढ़ रही है और वो बढ़-चढ़कर वोट भी दे रही हैं. ऐसे में कोई भी पार्टी उन्हें हल्के में नहीं लेगी.

विपक्षी पार्टी RJD ने तो ‘माई-बहिन योजना’ जैसे वादे करने भी शुरू कर दिए हैं, जिसमें सीधे पैसे देने की बात है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी महिलाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं, खासकर शराबबंदी और साइकिल योजना की वजह से. बिहार में भी आने वाले चुनावों में महिला वोटर्स को लुभाने के लिए ऐसी पैसे वाली योजनाएं एक बड़ा खेल खेलने वाली हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की पार्टियां महिलाओं के लिए क्या-क्या नए वादे लेकर आती हैं और लाडली बहना का ‘मॉडल’ बिहार की राजनीति पर कितना गहरा असर डालता है.

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