Lalu Yadav Family Controversy: बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को करारी हार मिली. इस हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में विवाद शुरू हो गया. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार से निकाले जाने और पार्टी बदहाली का आरोप अपने भाई तेजस्वी यादव के अलावा संजय यादव और रमीज पर लगाया है. रोहिणी ने रमीज को ‘चाणक्य’ बताया है. आखिर ये रमीज कौन है और लालू परिवार के बीच क्या करता है? जानते हैं.
रोहिणी आचार्य ने शनिवार को मीडिया में बयान दिया था. जिसमें कहा, “मेरा कोई परिवार नहीं है, आप तेजस्वी, संजय, रमीज से जाकर पूछिए, वो ही लोग निकाले हैं हमको परिवार से, कोई जिम्मेदारी नहीं लेना है उनको. जो चाणक्य बनेगा तो उसी से सवाल पूछिएगा ना, जब देश दुनिया सवाल कर रहा है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ. संजय और रमीज का नाम लीजिए तो घर से निकाल दिया जाएगा. आपको बदनाम किया जाएगा, आपको गालियां दिलवाया जाएगा. आपके उपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा”
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कौन है रमीज?
रोहिणी आचार्य के इस बयान के बाद रमीज की हर जगह चर्चा होने लगी कि आखिर यह रमीज कौन है? और लालू परिवार के बीच इसका क्या रोल है? बता दें, रमीज नेमत उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से हैं. इनके ससुर रिजवान जहीर सपा से सांसद रह चुके हैं. जानकारी के अनुसार रमीज अभी जमानत पर बाहर है. रमीज के ऊपर तुलसीपुर नगर पंचायत के चेयरमैन फिरोज पप्पू की गोली मारकर हत्या करने और गैंगस्टर एक्ट समेत कुल 12 मामले दर्ज हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतने आरोपों के बाद भी यह लालू परिवार में ‘चाणक्य’ कैसे बन गया?
‘वार रूम’ की जिम्मेदारी संभालता है रमीज
रमीज की चर्चा बिहार ही नहीं बल्कि यूपी में भी है. रमीज लालू परिवार की राजनीति में ‘की पर्सन’ की भूमिका में नजर आता है. हालांकि तेजस्वी और रमीज की दोस्ती काफी पुरानी है. ये दोनों लोग एक ही क्रिकेट क्लब में खेले हैं. जानकारी के अनुसार रमीज पिछले 2 सालों से तेजस्वी यादव की टीम का प्रमुख हिस्सा है, जो उनके ‘वार रूम’ की जिम्मेदारी संभालता है. बड़ा सवाल यह है कि जमानत पर बाहर आए रमीज ने कैसे अपने रिश्तों का उपयोग कर सियासत में अपनी पैठ बना ली कि आज लालू परिवार के परिवारिक विवाद में भी फैसले ले रहा है.
कौन हैं संजय यादव
संजय यादव हरियाणा के रहने वाले हैं. 2012 में तेजस्वी यादव से मिलने से पहले दिल्ली की एक टेक कंपनी में काम करते थे. संजय वर्तमान में आरजेडी के प्रमुख राजनीतिक हस्तक्षेपों के लिए भी जाने जाते हैं, जिनमें ‘जंगल राज’ के कटाक्षों का जवाब देना हो या राजद के पोस्टरों में केवल तेजस्वी को जगह देने की सलाह, 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा करना या पार्टी की अपील को मुस्लिम-यादव आधार से आगे बढ़ाना शामिल हैं. संजय यादव पर बड़े तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव और अब रोहिणी आचार्य आरोप लगा चुके हैं.
