Dharm Sansad: लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के बैनर तले आयोजित धर्म संसद ने पूरे देश का ध्यान खींचा है. अयोध्या, काशी, मथुरा और देशभर से आए साधु-संतों ने एकजुट होकर हिंदू समाज की ताकत को दिखाया. इस धर्म संसद में 7 बड़े प्रस्ताव पास हुए, जो हिंदू एकता और सनातन धर्म की रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं.
धर्म संसद की 7 बड़ी बातें, जो आपको जाननी चाहिए.
धर्म संसद की खास बातें
हिंदू राष्ट्र का प्रस्ताव: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का ऐलान, ताकि हिंदुओं और मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो.
सनातनी सेना का गठन: लव जिहाद और लैंड जिहाद रोकने के लिए सनातनी सेना बनेगी.
सनातन यात्रा: जून 2025 में मुर्शिदाबाद से कश्मीर तक सनातन यात्रा निकलेगी, जो पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ जागरूकता फैलाएगी.
सनातनी हेल्पलाइन: हिंदुओं की मदद के लिए सनातनी हेल्पलाइन शुरू, खासकर मुर्शिदाबाद में.
सनातन कवच कार्यालय: मुस्लिम बहुल इलाकों में विश्व हिंदू रक्षा दल के कार्यालय खुलेंगे, जो हिंदुओं और मंदिरों की रक्षा करेंगे.
सनातन गौरव सम्मान: सनातन धर्म की रक्षा करने वालों को सम्मानित किया जाएगा.
जागरूकता अभियान: सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने और धर्म रक्षा का संदेश देने का संकल्प.
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हिंदू एकता का शंखनाद
लखनऊ में आयोजित धर्म संसद में हिंदू एकता का शंखनाद किया गया है. 4 मई 2025 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए इस आयोजन में देशभर के साधु-संतों ने हिस्सा लिया. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में 7 बड़े प्रस्ताव पास हुए, जो सनातन धर्म की रक्षा और हिंदू समाज को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं.
इस खास मौके पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा, “हिंदुओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं. मुर्शिदाबाद में 600 घर जलाए गए, नागपुर में हिंसा हुई. सनातन धर्म की रक्षा के लिए हम एकजुट हैं. धर्म हमारी रक्षा करेगा, अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे.” यह धर्म संसद सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि हिंदू समाज के लिए एक नई शुरुआत है.
