Vistaar NEWS

Mann Ki Baat: पीएम मोदी के मन की बात का 127वां एपिसोड, छठ महापर्व की दी बधाई, जानें क्या-कुछ कहा?

pm_modi Mann Ki Baat

PM नरेंद्र मोदी

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर देशवासियों से ‘मन की बात’ के 127वें एपिसोड में अपने विचार और अनुभव साझा किए हैं. इस दौरान देश-विदेश से करोड़ों श्रोता जुड़े. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी दिल्ली में बूथ कार्यकर्ताओं के साथ ‘मन की बात’ सुनी. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत कई प्रदेश के सीएम भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शामिल हुए.

पीएम मोदी ने कहा कि “कुछ दिन पहले हम सभी ने दिवाली मनाई और अब बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा में व्यस्त हैं. छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज की गहरी एकता का प्रतिबिंब है. समाज का हर वर्ग छठ घाटों पर एक साथ आता है. यह नजारा भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है. त्योहारों के इस अवसर पर, मैंने आप सभी को अपनी भावनाओं को साझा करते हुए एक पत्र लिखा था. पत्र में, मैंने देश की उन उपलब्धियों का उल्लेख किया था जिन्होंने इस वर्ष के त्योहारों को और भी जीवंत बना दिया है. मेरे पत्र के जवाब में, मुझे देश के कई नागरिकों के संदेश मिले हैं.”

PM मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने हर भारतीय को गर्व से भर दिया है। इस बार, उन इलाकों में भी खुशी के दीये जलाए गए. जहां कभी माओवादी आतंक का अंधेरा छाया रहता था. लोग माओवादी आतंक का पूर्ण उन्मूलन चाहते हैं, जिसने उनके बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है.”

उन्होंने कहा कि जीएसटी बचत उत्सव को लेकर भी लोगों में काफी उत्साह है. इस बार त्योहारों के दौरान भी कुछ ऐसा ही सुखद माहौल देखने को मिला. बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी में जबरदस्त वृद्धि हुई है. मैंने अपने पत्र में खाद्य तेल की खपत में 10% की कमी करने का भी आग्रह किया था और लोगों ने इस पर भी काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.

पीएम मोदी ने कहा, “छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में गार्बेज कैफे चलाए जा रहे हैं. ये ऐसे कैफे हैं जहां प्लास्टिक कचरे के बदले आपको भरपेट खाना मिलता है. अगर कोई एक किलो से ज्यादा प्लास्टिक लाता है, तो उसे दोपहर या रात का खाना दिया जाता है, और आधा किलो प्लास्टिक के बदले उसे नाश्ता मिलता है. ये कैफे अंबिकापुर नगर निगम द्वारा चलाए जाते हैं.”

‘एक पेड़ मां के नाम’

PM मोदी ने कहा, पेड़-पौधे किसी भी स्थान पर हों उनकी यही विशेषता है, कि वे हर जीव के कल्याण के लिए उपयोगी होते हैं. इसीलिए हमारे शास्त्रों में कहा गया है- धन्य हैं वे पेड़-पौधे जिनसे मांगने वाला निराश नहीं लौटता. हमें भी जहां भी रहते हैं, वहां पेड़ लगाने चाहिए। हमें ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को और आगे बढ़ाना होगा.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 127वें मन की बात कार्यक्रम को सुना.

पीएम मोदी ने कहा, “सरदार पटेल की 150वीं जयंती पूरे देश के लिए एक विशेष अवसर है. उनके ‘खेड़ा सत्याग्रह’ से लेकर ‘बोरसद सत्याग्रह’ तक, अनेक आंदोलनों में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है. उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अद्वितीय प्रयास किए। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि 31 अक्तूबर, सरदार साहब की जयंती पर, देश भर में आयोजित की जा रही ‘रन फॉर यूनिटी’ में भाग लें.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 127वें मन की बात कार्यक्रम को सुनते हुए.

Exit mobile version