Vistaar NEWS

वक्फ कानून के विरोध में कर्मचारी का कारनामा, काट दी पूरे गांव की लाइट, ऊर्जा मंत्री ने किया बर्खास्त

Meerut News

प्रतीकात्मक तस्वीर

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां वक्फ कानून के विरोध में एक बिजली कर्मचारी ने पूरे गांव की बिजली ही ठप कर दी. जी हां, आपने सही सुना. यह अनोखा प्रोटेस्ट अजराडा गांव में हुआ, जहां संविदा लाइनमैन रियाजुद्दीन ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक आह्वान का पालन करते हुए रात 9 बजे गांव की लाइट काट दी. लेकिन यह कारनामा उन्हें भारी पड़ गया, क्योंकि ऊर्जा मंत्री के दखल के बाद उनकी नौकरी ही चली गई.

क्या है पूरी कहानी?

बात बुधवार रात की है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ बिल के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें लोगों से 15 मिनट के लिए रात 9 बजे घर की बिजली बंद करने की अपील की गई थी. बस, इसी अपील को रियाजुद्दीन ने कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया. अजराडा बिजलीघर में तैनात इस लाइनमैन ने पूरे गांव की बिजली सप्लाई ही रोक दी. नतीजा? गांव अंधेरे में डूब गया, और लोग हैरान-परेशान दिखे.

यह भी पढ़ें: आंधी-तूफान के बाद Delhi-NCR में तेज बारिश, जलमग्न हुई सड़कें, खरखरी में मकान ढहने से 4 लोगों की मौत

इनवर्टर जलाने पर भी हंगामा

बिजली गुल होने के बाद कुछ ग्रामीणों ने अपने घरों में इनवर्टर चालू किए, लेकिन यह बात दूसरे पक्ष को नागवार गुजरी. इसके बाद गांव में हंगामा मच गया और मामला तूल पकड़ने लगा. गुस्साए ग्रामीणों ने सीधे ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर से शिकायत कर दी. शिकायत मिलते ही ऊर्जा मंत्री ने तुरंत जांच के आदेश दिए. प्राथमिक जांच में साफ हो गया कि रियाजुद्दीन ने जानबूझकर बिजली काटी थी. बस फिर क्या, बिजली विभाग ने फटाफट एक्शन लिया और गुरुवार को रियाजुद्दीन को नौकरी से बर्खास्त कर दिया.

गांव में अब क्या?

इस घटना ने अजराडा गांव में खूब चर्चा बटोरी. कोई इसे गलत बता रहा है, तो कोई इसे विरोध का अनोखा तरीका. लेकिन हकीकत यह है कि रियाजुद्दीन का यह “प्रोटेस्ट” उनकी नौकरी पर भारी पड़ गया. अब गांव में बिजली तो बहाल हो गई है, लेकिन हर तरफ यही चर्चा हो रही है.

Exit mobile version