Heavy Monsoon: उत्तराखंड से हिमाचल और गुजरात तक…पिछले 24 घंटों में कुदरत का कहर देश के कई हिस्सों में टूटा है. कहीं सड़क हादसे ने ज़िंदगियां निगल लीं, तो कहीं तेज़ बारिश और बाढ़ ने सब कुछ बहा दिया. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग की बात करें तो यहां एक टेंपो ट्रैवलर अलकनंदा में समा गई और बड़ी त्रासदी देखने को मिली.
राजस्थान का एक परिवार हंसी-खुशी टैंपो-ट्रेवलर में सवार होकर चारधाम की यात्रा पर निकला था. लेकिन, रुद्रप्रयाग-बदरीनाथ हाइवे पर उनकी ट्रैवलर बस हादसे की शिकार हो गई. बस पलटकर अलकनंदा नदी की गहरी खाई में गिर गई. इसमें एक ही परिवार के कुल 18 लोग सवार थे. उत्तराखंड पुलिस से मिली अधिकारिक जानकारी के अनुसार अब तक 8 लोगों को बस से सकुशल बचा लिया गया है. 1 शख्स की मौत हुई है जबकि गुरुवार शाम तक मिली जानकारी के आधार पर अन्य यात्रियों के बचाव और राहत कार्य जारी है.
बीते एक माह से देखा जाए तो देश में भारी संख्या में लोग हादसों की बलि चढ़ चुके हैं. 25 जून भी कई लोगों के लिए मनहूसियत लेकर आया. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और काँगड़ा ज़िले में भारी बारिश के बाद यहाँ की पहाड़ी नदियों ने रौद्र रूप लिया. काफ़ी संख्या में जान-माल के नुक़सान की ख़बरें आईं. हिमाचल प्रदेश में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मनाली, काँगड़ा और कुल्लू से लगातार तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं.”
मनाली की पहाड़ियों में बीते दिन तेज बारिश के बाद ब्यास नदी की सहायक नदियों में पानी उफान पर आ गया. वाहंग के पास ब्यास ने अपने किनारे पर बनी चार दुकानें बहा दीं. चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे की एक लेन भी बह गई, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ. उधर, कुल्लू के सैंज घाटी में बादल फटने की घटना के बाद मंडी प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया. ब्यास नदी में पन्होह डैम से पानी छोड़े जाने की चेतावनी दी गई. काँगड़ा जिले के खनियारा गांव में बाढ़ ने कई श्रमिकों को बहा दिया. इसमें 2 लोगों की मौत और 10 से ज्यादा घायल होने की पुष्टि हुई है. राहत और बचाव का काम जारी है.
उत्तराखंड और हिमाचल के अलावा जम्मू-कश्मीर में भी बारिश के बाद नदियों के बाढ़ ने रौद्र रूप धारण किया हुआ है. बुधवार को जम्मू के तवी नदी में ऐसा उफान आया कि एक शख़्स जान लेने पर आमादा लहरों के बीच फँस गया. हालाँकि, वक़्त रहते ही बचाव दल मौक़े पर पहुँचा और काफ़ी मशक़्क़त के बाद एक शख़्स को बचा लिया गया.
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वहीं गुजरात के अहमदाबाद में पिछले 12 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर को तालाब बना दिया है. पूर्वी अहमदाबाद के मणिनगर, वटवा, सिटीएम, हाटकेश्वर, निकोल, ओधव और विराट नगर जैसे इलाकों में पानी घरों में घुस गया है. सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं. NDRF की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है. देश के तीन राज्यों से आईं ये तस्वीरें बताती हैं कि कुदरत का एक झटका इंसानी ज़िंदगियों को कैसे बदल देता है. बाढ़, हादसे और लापता लोगों के बीच अब सबसे बड़ी चुनौती राहत और बचाव कार्य है.
