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अगर अभी हुए चुनाव तो PM कौन, मोदी या राहुल? इस सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

PM Modi, Rahul Gandhi

पीएम मोदी और राहुल गांधी

Survey: भारत की सियासत का रंगमंच हमेशा से रोमांचक रहा है. समय-समय पर अलग-अलग सर्वे में कई राजनीतिक स्क्रिप्ट लिखी जाती रही है. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के 14 महीने पूरे कर लिए हैं. पहलगाम में आतंकी हमले ने दिल दहला दिया, तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देकर दुनिया को चौंका दिया. लेकिन अब ट्रंप के टैरिफ की वजह से अमेरिका के साथ रिश्तों में खटास आ गई है.

ऐसे में सवाल ये है कि जनता अपने लीडर से कितनी खुश है और क्या कोई नया चेहरा उनकी नजरों में चमक रहा है? ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है. 28 अगस्त 2025 को जारी इस सर्वे रिपोर्ट ने देश के दिल की धड़कन को टटोलकर बता दिया कि जनता का मूड क्या है.

543 लोकसभा सीटों पर 40 हजार लोगों से की गई बात

इस सर्वे के दौरान देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों में 40,000 से ज्यादा लोगों से बात की गई. सबसे पहले बात नरेंद्र मोदी की. 52% लोग मानते हैं कि अगले प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी जी से बेहतर कोई नहीं. यानी, ‘मोदी मैजिक’ अभी भी बरकरार है. उनके कामकाज को 34% लोगों ने ‘शानदार’ बताया, लेकिन 13% ने ‘खराब’ और 14% ने ‘बहुत खराब’ कहा. जाहिर है, आतंकवाद के खिलाफ सख्ती और विदेश नीति को लोगों ने सराहा, लेकिन महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कुछ नाराजगी भी दिखी.

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25 फीसदी लोगों की पसंद हैं राहुल गांधी

अब आते हैं विपक्ष के सुपरस्टार राहुल गांधी पर. इस बार 25% लोगों ने उन्हें अगले पीएम के तौर पर पसंद किया है. बतौर नेता विपक्ष उनके प्रदर्शन को 28% ने ‘बहुत अच्छा’, 22% ने ‘अच्छा’ और 16% ने ‘औसत’ बताया. हां, 15% ने ‘खराब’ और 12% ने ‘बहुत खराब’ भी कहा, लेकिन राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और संसद में उनके जोशीले भाषणों ने कइयों का दिल जीत लिया है.

धीरे-धीरे अपनी जगह बना रहे हैं राहुल गांधी

हालांकि, सर्वे बताता है कि भारत की सियासत में अभी भी मोदी जी का सिक्का चल रहा है, लेकिन राहुल गांधी धीरे-धीरे अपनी जगह बना रहे हैं. सरकार को सुरक्षा और विदेश नीति पर वाहवाही मिली, लेकिन आर्थिक मोर्चे पर और मेहनत की जरूरत है. विपक्ष भी अब ज्यादा आक्रामक और संगठित नजर आ रहा है, खासकर जाति जनगणना और किसान हितों जैसे मुद्दों पर. तो, क्या ये सियासी ड्रामा अगले चुनाव में कोई नया ट्विस्ट लाएगा?

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