Monsoon Alert: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने भयंकर तबाही मचाई है. भारी बारिश, बादल फटने, बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. आंकड़ों के मुताबिक, 20 जून से शुरू हुए मानसून के बाद से कम से कम अब तक 62 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 56 लोग अभी भी लापता हैं. मंडी, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू और चंबा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. मंडी जिला इस आपदा का केंद्र बनकर उभरा है, जहां बादल फटने और बाढ़ ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया.
रेड अलर्ट और IMD की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया है. मंडी, सिरमौर, कांगड़ा, सोलन और शिमला जैसे जिलों में 7 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है. 1 जून से 1 जुलाई तक राज्य में सामान्य से 56% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. ब्यास और सुखेती नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है, जिसके कारण मंडी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.
मंडी जिले में सबसे ज्यादा नुकसान
मंडी जिला मानसून आपदा का केंद्र रहा है, जहां 16 बादल फटने और तीन बाढ़ की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई. थुनाग, करसोग और गोहर उपमंडलों में भारी बारिश और बादल फटने से 10 लोगों की मौत और 34 लोग लापता होने की खबर है. ब्यास नदी के उफान पर होने से सड़कें, पुल और एक जलविद्युत संयंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचा है. 24 घंटे में मंडी में 10 इंच बारिश दर्ज की गई, जिसने सामान्य जीवन को पूरी तरह ठप कर दिया.
इस आपदा ने हिमाचल के इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचाया है. 400 से अधिक सड़कें बंद हैं, जिनमें से 139 अकेले मंडी जिले में हैं. मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे यातायात और आपूर्ति प्रभावित हुई है. 168 घर पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को ₹283.39 करोड़ का नुकसान हुआ है. बिजली आपूर्ति भी बाधित है, क्योंकि 47 ट्रांसफॉर्मर बंद हो गए हैं.
बचाव और राहत कार्य
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सभी आपातकालीन प्रोटोकॉल सक्रिय कर दिए हैं. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) 24×7 काम कर रहा है, और आपात स्थिति की रिपोर्टिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 जारी किया गया है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) मंडी, कुल्लू और अन्य प्रभावित जिलों में बचाव कार्यों में जुटे हैं. आपातकालीन आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जहां तंबू, कंबल और भोजन जैसी आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है.
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देश में मानसून का अपडेट
हिमाचल के अलावा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में भी मानसून ने कहर बरपाया है. उत्तराखंड में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के उफान पर होने से कई क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. IMD ने उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में अगले 6-7 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. उत्तर प्रदेश के आगरा, झांसी, ललितपुर और अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
