Punjab Congress CM Face: पंजाब की राजनीति में ‘ठोको ताली’ का शोर भले ही कुछ समय से शांत हो, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के एक ताजा बयान ने कांग्रेस के भीतर सियासी भूचाल ला दिया है. राजनीति से दूर क्रिकेट की पिच और यूट्यूब की दुनिया में रमे सिद्धू क्या फिर से पंजाब की सड़कों पर कांग्रेस का झंडा उठाएंगे? इस सवाल का जवाब देते हुए नवजोत कौर ने साफ कर दिया है कि सिद्धू अब ‘साइड रोल’ निभाने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं.
“500 करोड़ का सूटकेस नहीं है हमारे पास”
नवजोत कौर ने एक बड़ा और विस्फोटक दावा करते हुए कहा कि आज की राजनीति में मुख्यमंत्री की कुर्सी काबिलियत से ज्यादा ‘सूटकेस’ से तय हो रही है. उन्होंने सीधा प्रहार करते हुए कहा, “हमारे पास 500 करोड़ रुपये नहीं हैं कि पार्टी को दें और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ जाएं.” उनके इस बयान से यही लगता है कि सिद्धू कैंप को लगता है कि ईमानदारी और विजन पर पैसा भारी पड़ रहा है.
CM चेहरा बनाओ, तो लौटेंगे सिद्धू
खबर के मुताबिक, नवजोत कौर ने कांग्रेस हाईकमान के सामने सीधी शर्त रख दी है. अगर कांग्रेस चाहती है कि सिद्धू फिर से पंजाब में पार्टी की कमान संभालें और सक्रिय राजनीति में आएं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा (CM Face) घोषित करना होगा. उनका मानना है कि सिद्धू के पास पंजाब को ‘गोल्डन स्टेट’ बनाने का रोडमैप है, लेकिन बिना शक्ति (Power) के वह कुछ नहीं कर सकते.
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पार्टी के अंदर 5 दावेदार
पंजाब कांग्रेस की गुटबाजी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर ही 5 ऐसे नेता हैं जो खुद को मुख्यमंत्री की दौड़ में मानते हैं. यही वो गुट है जो सिद्धू को आगे बढ़ने से रोक रहा है. कौर ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यह अंदरूनी लड़ाई कांग्रेस को हार की ओर ले जा रही है और अगर हाईकमान ने वक्त रहते इसे नहीं समझा, तो नुकसान बड़ा होगा.
क्रिकेट और कॉमेडी में खुश हैं ‘पाजी’
फिलहाल सिद्धू राजनीति की चिकनी पिच के बजाय आईपीएल (IPL) में कमेंट्री और अपने यूट्यूब चैनल ‘Navjot Sidhu Official’ पर छक्के छुड़ा रहे हैं. उनकी पत्नी ने बताया कि वह अपनी वर्तमान जिंदगी से बेहद खुश हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं. यानी अगर कांग्रेस उन्हें उचित सम्मान और जिम्मेदारी नहीं देती, तो सिद्धू को सियासत में लौटने की कोई जल्दी नहीं है.
2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन सिद्धू कैंप की इस ‘दो टूक’ ने कांग्रेस हाईकमान की नींद जरूर उड़ा दी होगी. क्या प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले सिद्धू को यह बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी या फिर पंजाब कांग्रेस की यह कलह पार्टी को एक और बड़े झटके की ओर ले जाएगी?
