Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले में 26 भारतीयों की हत्या का भारत ने बदला ले लिया है. इस हमले के बाद से ही पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहा था. पीएम मोदी ने इस आतंकी हमले के बाद कहा था कि दुश्मनों की कल्पना से परे भारत का जवाब होगा. साथ ही पीएम मोदी ने सेना को खुली छूट दी थी कि वह दिन, समय और टारगेट तय करे. जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दो दिन पहले कहा था कि देश जो चाहता है वही होगा. इसके बाद मंगलवार की रात करीब 1.30 बजे वह घड़ी आ गई जब भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों की बरसात कर दी. पूरे देश को पाकिस्तान के खिलाफ इस कार्रवाई का इंतजार था. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, इस एयर स्ट्राइक में 90 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. यह संख्या और भी बढ़ सकती है.
चीन के एयर डिफेंस सिस्टम पर इतरा रहा था पाक
पहलगाम हमले के बाद से भारत के सख्त कदम को देखकर पाकिस्तान सहमा हुआ था और उसने अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद कर दिया था. इसके अलावा, पाकिस्तानी फौजों की बार्डर की तरफ मूवमेंट की खबरें भी आ रही थीं. सिंधु जल समझौता रोकने के बाद पाकिस्तान परमाणु हमले की धमकी भी दे रहा था.
पाकिस्तान कह रहा था कि बालाकोट या सर्जिकल जैसे कदम भारत ने उठाए तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे. लेकिन भारत की सैन्य ताकत के आगे पाकिस्तान मुंह ताकता रह गया. पाकिस्तान चीन निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम पर बहुत इतरा रहा था. लेकिन भारत की एडवांस्ड मिसाइलों के आगे पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम धरा का धरा रह गया और पाकिस्तान स्थित 9 बड़े आतंकी ठिकाने भारत ने तबाह कर दिए.
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भारत की मिसाइलों के आगे बेबस हुआ HQ-9
भारत कहीं हमला न कर दे, पाकिस्तान इस वजह से सहमा हुआ था. पाकिस्तान ने सीमा पर गश्त बढ़ाने के साथ पीएएफ ने JF-17 और J-10 जैसे लड़ाकू विमानों के साथ गश्त तेज कर दी थी. वहीं कराची और रावलपिंडी में सुरक्षा के लिए चीन निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती की थी. लंबी दूरी के सतह से हवा में मार करने वाले HQ-9 डिफेंस सिस्टम को चाइना प्रिसिजन मशीनरी इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन ने विकसित किया है और इसकी तुलना पाकिस्तान भारत के एस-400 से करता था. लेकिन, बहावलपुर में भारत की मिसाइलों ने जिस तरह सटीक हमला किया, पाकिस्तान के सारे दावे हवा हो गए.
‘चीनी माल’ ने दिया पाक को धोखा
HQ-9 ब्रह्मोस मिसाइल को ट्रैक तो कर पाया लेकिन उसको रोकने में यह चाइनीज माल नाकाम रहा. भारत की ब्रह्मोस, अस्त्र और रुद्रम जैसी मिसाइलों की गति और क्षमता के आगे HQ-9 बेबस था. भारत के राफेल और सुखोई-30 MKI जैसे लड़ाकू विमान चीनी डिफेंस सिस्टम की रेंज से बाहर रहकर वो नुकसान पहुंचा गए, जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना भी नहीं की थी. भारत ने जहां मेड इंडिया मिसाइल से पाकिस्तान को धूल चटा दी. वहीं पाकिस्तान चीनी एयर डिफेंस सिस्टम के भरोसे रहा और उसे मुंह की खानी पड़ी.
