India Pakistan Tension: 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर (Ceasefire) को लेकर सहमति बनी थी. भारत ने पाक के सामने शर्त रखी थी दोनों देशों की सेनाओं के बीच डायरेक्टरेट जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेवल पर ही बातचीत होगी. सोमवार यानी 12 मई को बात हुई. इस बातचीत में सीमा पर गोली ना चलाने समेत कई बातों पर निर्णय लिया गया. भारत के DGMO राजीव घई और पाकिस्तान के DGMO कासिफ अब्दुल्ला के बीच बात हुई.
सैनिकों की संख्या घटाई जाएगी
भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हॉटलाइन पर बात हुई. इस बातचीत में निर्णय लिया गया कि दोनों देश सीमा पर सैनिकों की संख्या को कम करेंगे. दोनों पक्षों एक-दूसरे पर आक्रामकता नहीं दिखाएंगे और शत्रुतापूर्ण व्यवहार नहीं करेंगे, इसके साथ ही फायरिंग नहीं की जाएगी. इसके साथ ही इस बातचीत में सीमा पर शांति बनाए रखने पर भी चर्चा हुई. पहले ये बातचीत दोपहर 12 बजे होनी थी फिर इसकी समय बदलकर शाम 5 बजे कर दिया गया.
पाप का घड़ा भर चुका था- डीजीएमओ
ऑपरेशन सिंदूर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि यह ऑपरेशन क्यों जरूरी था. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. राजीव घई ने कहा कि पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक. पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था.
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उन्होंने कहा कि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले LOC और IB को पार किए बना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की
