India Pakistan Tension: 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आंतकियों ने बैसरन वैली (Baisaran Valley) में पर्यटकों पर हमला किया. इस हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए. इसके करीब 15 दिन बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) को अंजाम देते हुए, पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इस हमले में भारतीय सेना ने 100 से ज्यादा आतंकियों को मार दिया. इसी हमले में कई बड़े आतंकी मारे गए, जिनमें अब्दुल रऊफ अजहर, अबु जुंदाल समेत कई खुंखार टेरिरिस्ट शामिल हैं. इस ऑपरेशन को 6-7 मई को अंजाम दिया गया. लेकिन इसके 8 दिन पहले ही इस पूरे ऑपरेशन की पूरी कहानी लिखी जा चुकी थी.
विदेश मंत्री ने यूएस विदेश मंत्री रुबियो से की थी बात
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (S Jaishankar) ने 1 मई को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) से फोन पर बात की थी. विदेश मंत्री ने साफ-साफ शब्दों में यूएस को संदेश देते हुए कहा था कि हम पाकिस्तान में आतंकवादियों पर हमला करेंगे. इस बात में कोई संदेह नहीं होना चाहिए. इसके अलावा भारत ने संयुक्त राष्ट्र परिषद (UN) में भी पाक को बेनकाब करने की पूरी तैयारी कर ली है. इस बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के 8 दिन पहले ही पूरी तैयारियां कर ली गई थीं. आतंकी ठिकानों को कैसे तबाह करना है? आतंकियों कैसे मारना है? इसकी तैयारियां की जा चुकी थी.
तीनों सेनाओं ने मिलकर दिया था अंजाम
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया था. पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों को चिह्नित किया गया. राफेल से इन आतंकी ठिकानों पर मिसाइल दागकर निशाना बनाया गया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दी.
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12 मई को DGMO लेवल पर होगी बात
शनिवार यानी 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर सहमति बनी. जिसे कुछ घंटे बाद ही पाक ने नापाक हरकत करते हुए ड्रोन अटैक किया. दोनों देश के DGMO लेवल पर बातचीत 12 मई को होगी. इसके लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शर्त रखी थी. उन्होंने कहा था कि DGMO लेवल से नीचे किसी से बात नहीं होगी.
