Pak PM On Kashmir: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में फिर से जहर उगला है. यूएन की महासभा में कश्मीर का राग अलापा है. इसके साथ ही सिंधु जल समझौते का हवाला देते हुए, अंतर्राष्ट्रीय कानून तोड़ने का आरोप लगाया है. महासभा सत्र को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि सिंधु जल समझौता को रद्द करना, भारत का एकतरफा और अवैध प्रयास है. ये संधि के नियमों का उल्लंघन भी करता है. इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को भी तोड़ता है.
कश्मीर के मुद्दे पर उगला जहर
संयुक्त राष्ट्र की महासभा को संबोधित करते हुए पीएम शरीफ ने कहा कि कश्मीर के लोगों को कहना चाहता हूं कि मैं उनके साथ हूं. पाकिस्तान भी उनके साथ है, जल्द ही कश्मीर में भारत के अत्याचार रुक जाएंगे. इसके साथ ही पाक पीएम ने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच 7 से 10 मई के बीच जो टकराव हुआ, उसमें पाक सेना ने भारत के 7 फाइटर जेट मार गिराए
भारत को पाक पीएम ने दी गीदड़भभकी
पाक पीएम ने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि पाक ने साफ कर दिया है कि इस पानी पर पाक नागरिकों के हितों की रक्षा करेंगे. हमारे लिए संधि का कोई भी उल्लंघन युद्ध की कार्रवाई है. दरअसल, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को द रेजिस्टेंस फ्रंट ने आतंकी हमला किया था. इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे. इसके बाद एक्शन लेते हुए भारत ने सिंधु जल संधि को तोड़ दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं.
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यूएन में पाक पीएम के भाषण पर भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि सिंधु जल संधि को लेकर पाकिस्तान की बयानबाजी को आतंकवाद के लिए जिम्मेदारी से बचने का एक निराशाजनक कदम है.
शहबाज शरीफ ने ट्रंप को शांतिदूत बताया
यूएन में अपने भाषण के दौरान पाक पीएम शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांतिदूत बताया है. भारत और पाक के बीच युद्धविराम कराने को लेकर सहारना की है. ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की बात भी कही. शरीफ ने भाषण के दौरान कहा कि क्षेत्र में शांति बहाली के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के योगदान में पाक ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है. आगे कहा कि कम से कम हम उनके लिए इतना कर ही सकते थे, वे सही मायने में शांति के प्रतीक हैं.
