Parliament Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में महाबहस के दूसरे दिन लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जमकर कांग्रेस पर हमला बोला. वहीं पीएम मोदी ने भी सदन में ऑपरेशन सिंदूर से लेकर सीजफायर तक पर बात की. इस दौरान विपक्ष ने कई बार हंगामा किया.
इसके पहले, लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान तीखी बहस देखने को मिली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1962 के भारत-चीन युद्ध का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि तब हमने मशीनों और तोपों की चिंता न करते हुए देश की बेहतरी की चिंता की थी. 1971 में पाक को सबक सिखाने के बाद हमने राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की तारीफ की थी.
ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा- राजनाथ
राजनाथ ने कहा था कि परीक्षा के परिणाम में नतीजे मायने रखते हैं, हमें बच्चे के मार्क्स पर ध्यान देना चाहिए, न कि एग्जाम के दौरान बच्चे की पेंसिल टूटने पर. ऑपरेशन सिंदूर पर राजनाथ ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि रिजल्ट यह है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेनाओं ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, उसे हासिल किया.
विपक्ष ने सीजफायर पर दागे सवाल
हालांकि, राहुल गांधी ने सीजफायर को लेकर बार-बार पूछा कि सरकार ने सीजफायर की बात क्यों मानी. वहीं कांग्रेस सांसद गोगोई ने सरकार पर सरेंडर करने के आरोप लगाए. जबकि, देर रात तक चली चर्चा के दौरान भाजपा की तरफ से अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी किसे बताना चाहते हैं कि हमारे कितने जेट गिए. उन्होंने राहुल गांधी को एलओबी (LOB) यानी Leader Opposing Bharat कहते हुए कहा ये लोग हमेशा पाकिस्तान की वकालत करते हैं.
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर महाबहस के दूसरे दिन के हर अपडेट के लिए विस्तार न्यूज के लाइव ब्लॉग से जुड़े रहें…
नेहरू का जिक्र कर पीएम मोदी ने फिर कांग्रेस को घेरा
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी नेहरू जी की चर्चा करता हूं, कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम बिलबिला जाता है. हम एक शेर सुना करते थे- लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पाई. आजादी के बाद जो फैसले लिए गए, उनकी सजा आज तक देश भुगत रहा है. अक्साई चिन क्षेत्र को बंजर जमीन करार दिया गया. ये कहकर कि बंजर है, देश की 38 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन हमें खोनी पड़ी.
पीएम मोदी ने कच्चा थिबू द्वीप का किया जिक्र
पीएम ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान के 93 हजार फौजी हमारे पास बंदी थे, हजारों किलोमीटर एरिया हमारे कब्जे में था. पीओके वापस लेने का मौका था, कम से कम करतारपुर साहिब को तो ले सकते थे, वो भी नहीं कर पाए. 1974 में कच्चा थिबू द्वीप को श्रीलंका को गिफ्ट कर दिया गया. आजतक हमारे मछुआरे भाई-बहनों को दिक्कत आती है. कांग्रेस तो इस पक्ष में थी कि सियाचिन से सेना हटा दी जाए. लेकिन 2014 से देश ने इनको मौका नहीं दिया.
कारगिल विजय दिवस को लेकर पीएम के निशाने पर कांग्रेस
पीएम ने कहा कि सेना का विरोध और सेना के प्रति नकारात्मकता — ये कांग्रेस का पुराना रवैया रहा है. अभी देश ने कारगिल विजय दिवस मनाया, लेकिन देश जानता है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में और आज तक न तो कारगिल की विजय को अपनाया है, न ही कारगिल विजय दिवस मनाया है, और न ही कारगिल का गौरव किया है.
ऑपरेशन महादेव पर पीएम ने विपक्ष को घेरा
पीएम मोदी ने ऑपरेशन महादेव का लोकसभा में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कल हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन ‘महादेव’ को अंजाम दिया और पहलगाम हमले के तीनों आतंकियों को मार गिराया. लेकिन कल यहां पूछा गया कि आज ही क्यों हुआ, क्या ऑपरेशन के लिए सावन महीने का सोमवार ढूंढा गया था. पिछले कई सप्ताह से पूछा जा रहा था कि पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ और जब आतंकियों को मार गिराया गया तो कल ही क्यों हुआ… क्या हाल है इन लोगों का…
रक्षा सौदे में कांग्रेस अपने मौके खोजती थी- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के संबंध में सोचा तक नहीं जाता था, आज भी आत्मनिर्भर शब्द का मजाक उड़ाया जाता है. हर रक्षा सौदे में कांग्रेस अपने मौके खोजती थी. हर छोटे छोटे हथियारों के लिए विदेशों पर निर्भरता, ये इनका कार्यकाल रहा है.
कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे द्वारा कल लोकसभा में दिए गए बयान पर, जिसे अब हटा दिया गया है, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “उन्हें यह कहलवाने के लिए मजबूर किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर एक ‘तमाशा’ था. यह आतंकवादियों द्वारा मारे गए 26 लोगों के घावों पर तेजाब डालने जैसा है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश हैरान है कि कांग्रेस ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है. वे कह रहे हैं कि पहलगाम के आतंकवादी पाकिस्तान से थे. इसका सबूत दीजिए, पाकिस्तान भी वही मांग कर रहा है जो कांग्रेस कर रही है…”
पीएम ने जेडी वेंस से बातचीत का किया जिक्र
9 तरीख की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझसे बात करने का प्रयास किया, वो घंटे भर कोशिश कर रहे थे लेकिन मेरी सेना के साथ बैठक चल रही थी, तो मैं उठा नहीं पाया, लेकिन बाद में मैंने कॉल बैक किया. फिर अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है. इस पर मैंने कहा— अगर पाकिस्तान का ये इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा. अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला कर जवाब देंगे. आगे मैंने कहा था, ‘हम गोली का जवाब गोले से देंंगे’.
पीएम मोदी ने कहा, “22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के मात्र 3-4 दिन बाद ही ये (कांग्रेस) उछल रहे थे और कहना शुरू किया कि कहां गई 56 इंच की छाती? कहाँ खो गया मोदी?, मोदी फेल हो गया…ये मजा ले रहे थे…पहलगाम के निर्दोष लोगों की हत्या में भी वो अपनी राजनीति तलाश रहे थे.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, इसे लेकर यहां भांति भांति की बातें की गईं. ये वहीं प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है. कुछ लोग सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में जुटे हुए थे, जबकि भारत का रूख हमेशा स्पष्ट रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगे. पहलगाम हमले के बाद जब हमारे बीएसएफ का एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया, तो इन्हें लगा कि अब मोदी फंस जाएगा। अब तो मोदी की फजीहत जरूर होगी. और इनके इकोसिस्टम ने सोशल मीडिया पर तमाम कथाएं वायरल कीं. बीएसएफ जवान का क्या होगा, उसके परिवार का क्या होगा? बीएसएफ का वो जवान भी आन, बान और शान के साथ वापस आया.
हमें कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला- पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की विदेश नीति पर यहां बहुत कुछ कहा गया. वैश्विक समर्थन पर भी चर्चा हुई. हमें वैश्विक समर्थन मिला. लेकिन दुर्भाग्य से, मेरे देश के वीर जवानों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला. दुनिया के किसी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने को नहीं कहा.
‘सिंदूर से लेके सिंधु तक’, हमने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, “अब हमले के बाद मास्टरमाइंड को नींद नहीं आती, उनको पता है भारत आएगा और मार कर जाएगा. यह नया सामान्य भारत द्वारा स्थापित किया गया है. ‘सिंदूर से लेके सिंधु तक’, हमने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की है.”
परमाणु ब्लैकमेलिंग नहीं चलने वाला – पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने तीन बिंदुओं पर निर्णय ले लिया है. पहला- यदि भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर जवाब देंगे. दूसरा- अब कोई परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा. तीसरा- हम आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों और आतंकवाद के मास्टरमाइंड को अलग-अलग नहीं देखेंगे.”
आतंक के आकाओं की आज भी रातों की नींद उड़ी हुई- PM Modi
पीएम मोदी ने कहा, “सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई और यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है… हमें गर्व है कि आतंकवादियों को सजा दी गई, और यह ऐसी सजा थी कि आतंक के उन आकाओं की आज भी रातों की नींद उड़ी हुई है.”
पीएम मोदी बोले- भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी
पीएम मोदी ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वो क्रूरता की पराकाष्ठा थी. ये भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था. ये भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी. आज मैं देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया.”
हमारी सेनाओं ने आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया- पीएम
हमारी सेनाओं ने आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया और पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया. पाकिस्तान की न्यूक्लियर धमकी को झूठा साबित कर दिया. भारत ने साबित कर दिया है न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी और न इसके सामने भारत झूकेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैंने कहा था कि यह भारत के ‘विजयोत्सव’ का सत्र है…जब मैं ‘विजयोत्सव’ की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा – ये ‘विजयोत्सव’ आतंकी मुख्यालय को मिट्टी में मिलाने का है.”
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बोल रहे हैं पीएम मोदी
दम है तो कहें कि ट्रंप ने झूठ बोला- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि ट्रंप ने 29 बार कहा है कि हमने सीजफायर कराया. उन्होंने कहा कि अगर दम है तो प्रधानमंत्री यहां सदन में यह बोल दें कि वह असत्य बोल रहे हैं. अगर सचमुच में दम है तो पीएम को यहां कह देना चाहिए कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि एक नई चीज चली है, नया शब्द चला है- न्यू नॉर्मल. विदेश मंत्री ने यहां इस्तेमाल किया. भाषण में उन्होंने कहा कि सभी इस्लामिक देशों ने निंदा की है, लेकिन यह नहीं बताया कि पहलगाम के बाद एक भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की. हर देश ने आतंकवाद की निंदा की.
राहुल गांधी ने कहा, “कल मैंने राजनाथ सिंह का भाषण सुना. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर सुबह 1.05 बजे शुरू हुआ. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट तक चला. फिर उन्होंने सबसे चौंकाने वाली बात कही-1.35 बजे हमने पाकिस्तान को फोन करके बताया कि हमने असैन्य ठिकानों पर हमला किया है और हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते…शायद उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उन्होंने क्या खुलासा किया है.”
सभी दल सरकार के फैसले के साथ खड़े थे- राहुल
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “जैसे ही Operation Sindoor शुरू हुआ बल्कि शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने, सभी दलों ने यह प्रतिबद्धता जताई कि हम सेना और भारत की निर्वाचित सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे. हमने उनके कुछ नेताओं की ओर से कुछ व्यंग्यात्मक टिप्पणियां सुनीं लेकिन हमने कुछ नहीं कहा. यह एक ऐसी बात थी जिस पर INDIA गठबंधन के सभी वरिष्ठ नेतृत्व सहमत थे. हमें बहुत गर्व है कि एक विपक्ष के रूप में हम एकजुट रहे, जैसा कि हमें होना चाहिए था.”
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा- ‘अपने सहयोगियों की तरह मैं भी अपने देश के उन बहादुर सैनिकों को सलाम करता हूं जो Operation Sindoor का हिस्सा हैं, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह का भाषण सुनकर मैं पूरी तरह हैरान रह गया. उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. मेरे सहयोगी गौरव गोगोई ने सिक्योरिटी फेलियर के मुद्दे से शुरुआत की. इस तरफ से सभी ने यही तर्क दोहराया लेकिन गृह मंत्री ने सिक्योरिटी फेलियर के अलावा हर चीज़ पर बात की.’
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: लोकसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा- ‘अगर आप पर्यटकों को कश्मीर घूमने के लिए बुला रहे हैं, तो क्या उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना आपका प्राथमिक कर्तव्य नहीं है?… हम मानते हैं कि इस घटना (पहलगाम) के लिए आतंकवादी जिम्मेदार हैं. इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है, लेकिन 26 लोगों की कीमती जान आतंकवादियों को किसने दी? आपकी अज्ञानता.’
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा- ‘वे (राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे) बहुत वरिष्ठ नेता हैं लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की…मैं उनकी तकलीफ समझ सकता हूं…वे(प्रधानमंत्री मोदी) दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं…’
#watch ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा, “वे (राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे) बहुत वरिष्ठ नेता हैं लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की…मैं उनकी तकलीफ समझ सकता हूं…वे(प्रधानमंत्री मोदी) दुनिया के सबसे… pic.twitter.com/HCTripKADZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2025
राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर शाम 6 बजे बोलेंगे.
खड़गे ने राज्यसभा में सरकार को घेरा
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर पर राज्यसभा में बोलते हुए सरकार पर सवाल उठाए. खड़गे ने कहा, “जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने पहलगाम की घटना को इंटेलिजेंस फेल्योर बताया और कहा कि हम इसकी जिम्मेदारी लेते हैं. इंटेलिजेंस तो गृह मंत्री के अंदर आता है. इसकी जिम्मेदारी उनको लेनी चाहिए.
“आखिर ऐसी क्या वजह थी कि सरकार को युद्ध विराम की घोषणा करनी पड़ी? हमें उम्मीद थी कि सरकार खुद ही इसकी घोषणा कर देगी. लेकिन चूंकि उनके बीच गहरी दोस्ती है, इसलिए सरकार ने अपने दोस्त से ही युद्ध विराम की घोषणा करने को कहा…” – सपा सांसद अखिलेश यादव
“सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा?…जो सरकार दावा करती है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कोई आतंकवादी घटना नहीं होगी…”- सपा सांसद अखिलेश यादव
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान मौजूद लोगों की सुरक्षा पर उठाए सवाल. उन्होंने कहा, “आज इस सदन में बैठे ज़्यादातर लोगों के पास सुरक्षा कवच है… लेकिन उस दिन पहलगाम में 26 लोगों को उनके परिवारों के सामने मार दिया गया. उस दिन बैसरन घाटी में जितने भी लोग मौजूद थे, उनके पास कोई सुरक्षा नहीं थी। आप चाहे कितने भी ऑपरेशन चला लें, सच्चाई के पीछे नहीं छिप सकते.”
प्रियंका ने उठाया सुरक्षा में चूक का मुद्दा
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “…कल रक्षा मंत्री एक घंटे तक बोले, इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवाद, देश की रक्षा की बात कर ली और इतिहास का पाठ भी पढ़ा दिया. लेकिन एक बात छूट गई- यह हमला कैसे हुआ?…”
अमित शाह ने कहा ये (विपक्ष) पूछ रहा था कि बैसरन के आतंकी कहां गए, तो मैं इनको बताता हूं कि हमारी सेना ने उन्हें ठोक दिया.
शाह ने कहा कि बाटला हाउस की घटना पर सोनिया जी रो पड़ी थीं. रोना था तो शहीद मोहन सिंह के लिए रोते. इनको आतंक को लेकर कुछ भी पूछने का कोई अधिकार नहीं है.
शाह के निशाने पर इंदिरा-नेहरू
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कल वे (कांग्रेस) सवाल उठा रहे थे कि युद्ध क्यों नहीं किया…आज, PoK केवल जवाहरलाल नेहरू की वजह से मौजूद है…1960 में, उन्होंने सिंधु नदी का 80% पानी पाकिस्तान को दे दिया…1971 में, शिमला समझौते के दौरान, वे (कांग्रेस) PoK के बारे में भूल गए। अगर उन्होंने उस समय PoK ले लिया होता, तो हमें अब वहां शिविरों पर हमले नहीं करने पड़ते…”
अमित शाह के निशाने पर कांग्रेस
कांग्रेस कार्यकाल में युद्ध और उसके बाद की स्थितियों का जिक्र कर शाह ने जमकर कांग्रेस पर हमला बोला. इस दौरान सदन में हंगामा होता रहा.
अक्साई चीन और PoK पर कांग्रेस को घेरा
अमित शाह ने कहा, “62 के युद्ध में क्या हुआ. 30 हजार वर्ग किलोमीटर अक्साई चिन का हिस्सा चीन को दे दिया गया. उस पर सदन में नेहरू जी ने कहा था कि वहां घास का एक तिनका नहीं उगता.”
शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और हम सभी इस पर गर्व करेंगे..लेकिन इसके बाद क्या हुआ, शिमला में समझौता हुआ, अगर तब पीओके मांग लेते, तो ना रहता बांस न बजती बांसुरी. पीओके तो लिया नहीं, 15 हजार वर्ग किलोमीटर की जीती हुई जमीन भी दे दी.
सीजफायर पर बोले शाह
अमित शाह ने सीजफायर पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की गोलाबारी में गुरुद्वारे और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा, हमारे कुछ नागरिक भी हताहत हुए. अगले दिन भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 6 रडार सिस्टम ध्वस्त किए गए, कई एयरबेस को तबाह कर दिया गया.
शाह ने कहा कि हमने उनकी हमला करने की क्षमता को पंगू कर दिया. पाकिस्तान के पास शरण में आने के अलावा कोई चारा ही नहीं था. तब 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हमारे डीजीएमओ को फोन किया और शाम 5 बजे हमने संघर्ष विराम किया.
विपक्ष पर बोले शाह- आतंकियों के मारे जाने की इनको खुशी नहीं
अमित शाह ने कहा, “…ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों को भेजने वालों को मार गिराया और ऑपरेशन महादेव ने हमला करने वालों को मार गिराया… मुझे लगा था कि यह खबर सुनकर सत्ताधारी और विपक्षी दलों में खुशी की लहर दौड़ जाएगी, ‘मगर स्याही पड़ गई इनके चेहरे पर’… यह कैसी राजनीति है?…”
मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे- शाह
अमित शाह ने कहा, “…NIA ने उन्हें शरण देने वालों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें खाना पहुंचाने वालों को हिरासत में लिया था। जब आतंकवादियों के शव श्रीनगर पहुंचे, तो उनकी पहचान पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले तीन लोगों के रूप में हुई… आतंकी हमले के कारतूसों की FSL रिपोर्ट पहले से ही तैयार थी… कल तीनों आतंकवादियों की राइफलें जब्त कर ली गईं और उनका FSL रिपोर्ट से मिलान किया गया… कल चंडीगढ़ में आगे की जांच की गई, उसके बाद पुष्टि हुई कि ये तीनों वही थे जिन्होंने आतंकी हमला किया था…
पहलगाम के हमलावरों को मार गिराया- शाह
अमित शाह ने कहा, “पहलगाम हमले के तुरंत बाद, मैंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी। मैंने अपने सामने एक महिला को खड़ा देखा, जो अपनी शादी के 6 दिन बाद ही विधवा हो गई थी – मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता. मैं आज सभी परिवारों को बताना चाहता हूं कि मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन लोगों को भेजने वालों को मारा, और आज हमारे सुरक्षा बलों ने उन लोगों को भी मारा जिन्होंने हत्याएं की थी.”
चिंदंबरम के बयान पर भड़के शाह
शाह ने कहा कि चिदंबरम साहब किसको बचाना चाहते हैं, पाकिस्तान को बचाकर क्या हासिल करना चाहते हैं. हमारे पास सबूत हैं कि आतंकी पाकिस्तानी थे, लेकिन ये पाकिस्तान क्लीन चिट देना चाहते हैं.
अमित शाह ने कहा, “कल वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। बेशक, यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सत्ता में हैं। मुझे बहुत दुख हुआ कि कल इस देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे। वे क्या कहना चाहते हैं? किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा?”
अमित शाह ने बताया कैसे अंजाम दिया गया ऑपरेशन को
अमित शाह ने कहा कि 22 मई को आईबी के पास ह्युमन इंटेल आई. दाछीगाम क्षेत्र के अंदर आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी को पुख्ता करने के लिए 22 मई से 22 जुलाई तक लगातार कोशिशें की गईं. 22 जुलाई को सेंसर के माध्यम से आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई. पुलिस, सेना के जवानों ने आतंकियों को घेरने का काम किया और इसके बाद एनकाउंटर में तीनों आतंकी मारे गए.
ऑपरेशन महादेव पर शाह ने दी जानकारी
शाह ने बताया कि इस ऑपरेशन में सुलेमान उर्फ फैजल जट्ट, अफगान और जिब्रान संयुक्त अभियान में मारे गए. सुलेमान ए श्रेणी का लश्कर का कमांडर था. पहलगाम हमले में और गगनगीर आतंकी हमले में शामिल था. अफगान और जिब्रान भी ए श्रेणी के आतंकी थे. जिन्होंने बैसरण में हमारे नागरिकों को मारा था, यह तीनों आतंकवादी थे और यह तीनों मारे गए.
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोल रहे हैं अमित शाह
थरूर-मनीष तिवारी को मौका न देने पर बीजेपी सांसद का तंज
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा में एक बात तो स्पष्ट दिखती है कि राहुल अधिकृत कांग्रेस ने कांग्रेसी सांसदों को जो इस लायक थे कि देश का प्रतिनिधित्व कर सकें, जिनकी क्षमता, अनुभव को देखते हुए प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधि के रूप में उन्हें दुनिया भर में भेजा, लेकिन संसद में उनकी आवाज़ नहीं सुनी गई. राहुल अधिकृत कांग्रेस ने शशि थरूर और मनीष तिवारी को संसद में बोलने नहीं दिया.”
ऑपरेशन सिंदर पर राज्यसभा में चर्चा के लिए कांग्रेस ने तय किए वक्ता
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने स्पीकर की लिस्ट जारी की.. राज्यसभा में LoP मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम, अखिलेश प्रसाद सिंह और शक्ति सिंह गोहिल ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में होंगे शामिल.
बहस के लिए मौका नहीं दिए जाने पर मनीष तिवारी ने किया पोस्ट
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मनीष तिवारी ने आज एक समाचार रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा किया कि उन्हें और शशि थरूर को बहस में क्यों शामिल नहीं किया गया. मनीष तिवारी ने अपनी एक्स पर पोस्ट में पूरब और पश्चिम (1970) के सदाबहार देशभक्ति गीत के साथ कैप्शन दिया है: “है प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहां के गाता हूं, भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं. जय हिंद,”
है प्रीत जहां की रीत सदा
— Manish Tewari (@ManishTewari) July 29, 2025
मैं गीत वहां के गाता हूं
भारत का रहने वाला हूं
भारत की बात सुनाता हूं
Hai preet jahaan ki reet sada
Main geet wahaan ke gaata hoon
Bharat ka rehne waala hoon
Bharat ki baat sunata hoon
– Jai Hind pic.twitter.com/tP5VjiH2aD
सरकार ने पहलगाम हमले पर विशेष सत्र नहीं बुलाया- रंजीत रंजन
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “सरकार को पहलगाम पर एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. कल हमने रक्षा मंत्री का वक्तव्य सुना, उसमें इन सवालों के जवाब नहीं दिए गए कि यह चूक कैसे हुई.
विपक्ष के पास मुद्दा नहीं- कंगना
कंगना रनौत ने कहा, “हमारे नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किए हैं. खासकर रक्षा मंत्री ने देश के सामने सारे आंकड़े रखे हैं. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है; लोगों को गुमराह करने के लिए, देश और सैनिकों का अपमान करने के लिए… वे सबकी नज़रों से नीचे गिर चुके हैं, देश देख रहा है.”
प्रह्लाद जोशी बोले- आतंकी घटना होने पर कांग्रेस बोलती है पाकिस्तान की भाषा
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “जब भी देश में कोई आतंकी घटना होती है तो कांग्रेस पार्टी हमेशा पाकिस्तान की भाषा ही बोलती है… जब हम पाकिस्तान की असलियत दुनिया को बता रहे हैं तब पाकिस्तान का समर्थन करना कांग्रेस की रणनीति बन चुकी है…”
ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले कार्ति चिदंबरम
कार्ति पी. चिदंबरम ने कहा, “विदेश मंत्री के रूप में उन्हें स्वयं को ऑपरेशन सिंदूर और उस ऑपरेशन के कूटनीतिक परिणामों तक ही सीमित रखना चाहिए था. भाजपा के साथ समस्या यह है कि वे केवल पीछे के दृश्य को ही देखते हैं, वे आगे नहीं देखते. वे हमेशा अतीत में घटित घटनाओं को तोड़-मरोड़ कर पेश करने में लगे रहते हैं… उन्हें इस समय जो हो रहा है उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.”
सोमवार को लोकसभा में बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा था कि 6-7 मई 2025 को भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया. वह केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की संप्रभुता, उसकी अस्मिता, देश के नागरिकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक प्रभावी और निर्णायक कदम था.
लोकसभा में आज गृह मंत्री अमित शाह बोलेंगे, सदन में आज राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी बोल सकते हैं.
