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‘मिनी इंडिया’, PM मोदी और रामायण…मॉरीशस यात्रा से पहले क्यों याद की जा रही है 27 साल पुरानी कहानी?

PM Modi

पीएम मोदी की तस्वीरें

PM Modi Mauritius Visit: पीएम मोदी मंगलवार को मॉरीशस के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे, लेकिन उनकी यह यात्रा सिर्फ़ एक आधिकारिक यात्रा नहीं है. यह एक गहरी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कड़ी को जोड़ने का अवसर भी है, जो 27 साल पहले, यानी 1998 में शुरू हुई थी. 1998 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार मॉरीशस गए थे, तब वहां भारतीयता और रामायण का गहरा असर देखा गया था. और अब, 2025 में यह कनेक्शन और भी मज़बूत होता जा रहा है.

‘मिनी इंडिया’ में ‘घर वापसी’ जैसा एहसास

मॉरीशस को ‘मिनी इंडिया’ भी कहा जाता है. भारत से हजारों किलोमीटर दूर होने के बावजूद यह देश भारतीय संस्कृति, भाषा, और धार्मिकता में पूरी तरह डूबा हुआ है. यहां के लोग, दिवाली, होली जैसे त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाते हैं. पीएम मोदी ने इसका अनुभव 1998 में पहली बार किया था.

“भारत और मॉरीशस को रामायण ने जोड़ा”

वो समय था जब नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे. 1998 में जब वह मॉरीशस पहुंचे, तो उन्होंने वहां आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन को संबोधित किया. इस सम्मेलन में उन्होंने भगवान राम के सार्वभौमिक मूल्यों की बात की और यह बताया कि रामायण ने भारत और मॉरीशस के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक पुल का काम किया. पीएम मोदी ने यह भी बताया था कि कैसे हमारे पूर्वज अपने साथ रामायण और हनुमान चालीसा लेकर गए थे. इस तरह भारतीय संस्कृति को वहां उन्होंने फैलाया था.

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आधुनिक दौर में और भी मज़बूत हुआ रिश्ता

अब, 2025 में पीएम मोदी एक बार फिर मॉरीशस जा रहे हैं, और इस बार उनका स्वागत पहले से कहीं ज्यादा भव्य होगा. वह मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि होंगे. इस दौरान, दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे. भारत ने वहां ‘रुपे कार्ड’ और यूपीआई जैसी तकनीकी सेवाओं की शुरुआत की है, जिससे मॉरीशस में भारतीय मूल के नागरिकों और पर्यटकों को बहुत फायदा हुआ है.

भारत-मॉरीशस रिश्तों में एक नया अध्याय

यह यात्रा न केवल एक सांस्कृतिक संबंध को नया रूप दे रही है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को भी मजबूत कर रही है. 2021 में हुए व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के बाद से भारत और मॉरीशस के रिश्ते और भी प्रगाढ़ हुए हैं, और अब पीएम मोदी के इस दौरे के बाद यह रिश्ते एक नई ऊंचाई पर पहुंचने वाले हैं. कुल मिलाकर पीएम मोदी का यह मॉरीशस दौरा एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक यात्रा है, जो 1998 में शुरू हुई एक कहानी का हिस्सा है.

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