PoK Encounter: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बीती रात एक खूनी जंग ने सबको हिलाकर रख दिया. रावलकोट जिले के हुसैन कोट जंगल में छिपे तालिबानी आतंकियों और पुलिस के बीच जमकर गोलीबारी हुई. इस जंग में पुलिस ने चार खूंखार आतंकियों को मार गिराया, लेकिन इस लड़ाई में दो पुलिसकर्मियों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी.
रात में क्या-क्या हुआ?
पुलिस को खबर मिली थी कि हुसैन कोट के जंगली इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद रावलकोट पुलिस ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया. जैसे ही पुलिस ने आतंकियों की गुफा को घेरा, आतंकियों ने पुलिस पर ग्रेनेड दाग दिए और गोलियां चलानी शुरू कर दीं. लेकिन पुलिस भी पीछे नहीं हटी. जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकी मारे गए.
कौन थे ये आतंकी?
मारे गए आतंकियों में तीन की पहचान जरनोश नसीम, जिब्रान नसीम और उल्फत के रूप में हुई है. चौथे आतंकी का नाम अभी पता नहीं चल सका. पुलिस के मुताबिक, ये सभी पाकिस्तान तालिबान (TTP) के सदस्य थे, जो लंबे वक्त से पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ आतंकी हमले कर रहे हैं. TTP के लड़ाके ज्यादातर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सक्रिय रहते हैं, लेकिन PoK में उनकी मौजूदगी ने सबको चौंका दिया.
इस मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान, गुलजार और तारिक बशीर शहीद हो गए. उनकी वीरता की वजह से आतंकियों का खतरनाक मंसूबा नाकाम हो सका. पुलिस ने मौके से तीन कलाश्निकोव राइफलें, हैंड ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया.
यह भी पढ़ें: “एक भी प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं…”, डिफेंस डील को लेकर क्यों भड़क गए एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह?
TTP का खौफनाक चेहरा
पाकिस्तान तालिबान यानी TTP 2007 से पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. ये संगठन अफगान तालिबान से भी जुड़ा हुआ है और ज्यादातर पश्तून लड़ाकों का समूह है. ये आतंकी संगठन पाकिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में हमले करता रहता है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल रहता है.
रावलकोट के एसएसपी रियाज मुगल ने कहा, “हमारे जवानों ने बहादुरी से आतंकियों का मुकाबला किया और उन्हें ढेर कर दिया. हम शहीदों को सलाम करते हैं और आतंक के खिलाफ जंग जारी रखेंगे.” इस घटना ने PoK में आतंक के खिलाफ पुलिस की मुस्तैदी को एक बार फिर साबित कर दिया.
