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कोलकाता रेप-मर्डर केस के एक साल, प्रदर्शन के दौरान पुलिस से झड़प, पीड़िता की मां गंभीर रूप से घायल, कई भाजपा नेता भी जख्मी

Protest on completion of one year of Kolkata rape-murder case.

कोलकाता रेप-मर्डर केस में एक साल पूरा होने पर प्रदर्शन.

Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के एक साल पूरे हो गए हैं. इसको लेकर भाजपा और डॉक्टर्स ने ‘नबन्ना अभियान’ रैली निकाली. इसमें पीड़िता के परिजन भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों को रोकने के पुलिस ने बैरीकेड्स लगा दिया. लेकिन जब बैरीकेड्स हटाने की कोशिश की तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. जिसमें पीड़िता की मां समेत कई भाजपा नेता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी बोले- 100 से ज्यादा लोग घायल

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदू अधिकारी, विधायक अग्निमित्र पॉल समेत अन्य भाजपा नेताओं ने पार्क स्ट्रीट-जे एल नेहरू रोड क्रॉसिंग पर धरना दिया. सुवेंदु अधिकारी बोले कि पुलिस के लाठीचार्ज में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. भाजपा नेता, डॉक्टर और पीड़िता के माता-पिता भी शामिल हैं. भाजपा नेताओं ने कहा कि हम प्रदर्शन करते हुए सचिवालय की तरफ जा रहे थे. तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.

पीड़िता की मां बोलीं- धक्का दिया, चूड़ियां तोड़ी

पीड़िता की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, ‘प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने मुझे धक्का दिया और मेरी चूड़ियां तोड़ दीं. जिसमें मेरे सिर और हाथों में काफी चोट लगी है. हम अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांग रहे हैं और पुलिस हमको रोक रही है’

‘बंगाल पुलिस की भी धुलाई होगी’

सुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता सरकार अराजकता पर उतर आई है. ममता जाने वाली हैं. इसलिए पुलिस ने हमको धक्का दिया है. वहीं क्रिकेटर से राजनेता बने भाजपा विधायक अशोक डिंडा ने कहा, ‘बंगाल पुलिस हमको मार रही है. वो दिन दूर नहीं जब बंगाल पुलिस भी मार खाएगी. पुलिस की इतनी धुलाई होगी कि ममता के आंचल में छिपना पड़ेगा.’

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पीड़िता के माता-पिता ने CBI की कार्यशैली पर उठाए सवाल

पीड़िता के माता-पिता ने CBI की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि CBI अब एक साल बाद केस छोड़ना चाहती है. पीड़िता के पिता ने कहा कि एक साल तक क्या CBI घास छील रही थी. अगर ये जांच एजेंसियां ऐसे ही काम करेंगी तो देशवासी किस पर भरोसा करेंगे. इसलिए CBI के दफ्तर को बंद कर देना चाहिए.

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